‘पैसे खत्म, स्कूल-कॉलेज बंद, हॉस्पिटल में डॉक्टर्स की No Entry’

2

तालिबानी सरकार बनाने की तैयारी पूरी, कई मंत्रियों के नाम का भी ऐलान 

तालिबान के हमले के बाद अफगानिस्तान की हालत बद से बदतर हो गई है। अफगानिस्तान पर तालिबान ने 15 अगस्त को हमला कर 33 जिलों पर कब्जा कर लिया था, जिसके बाद से लगातार तालिबानी अफगानी लोगों पर तरह-तरह के जुल्म ढ़ा रहे हैं। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जे के बाद से ही तालिबान अफगानिस्तान में अपनी सरकार बनाने की कोशिश कर रहा था और जिसमें वो सफल भी रहा। आपको बता दें अफगानिस्तान में तालिबान ने अपनी सरकार बनाने की सारी तैयारी कर ली हैं और साथ ही कई मंत्रियों के नाम का ऐलान भी कर दिए है।

 गृहमंत्री– सदर इब्राहिम

वित्त मंत्री- गुल आगा

शिक्षा मंत्री– सखउल्लाह(प्रारंभिक शिक्षा प्रमुख), अब्दुल बाकी (उच्च शिक्षा प्रमुख)

गवर्नर, काबुल– मुल्ला शिरीन

मेयर– हमदुल्ला नोमानी

खुफिया ऐजंसी प्रमुख- नजीबुल्लाह

Also Read: https://indiagramnews.com/news/world-bank-on-afganistan-crises/

मेडिकल सेवाएं ग्रस्त, ATM भी हुए खाली

साथ ही अफगानिस्तान में लोगों की हालात दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है। बैंक ATM में पैसे खत्म हो चुके हैं, मंहगाई आसमान छू रही है। हालात इतने गंभीर हैं कि लोगों को रोज की जरुरत की चीजों और खाने-पीने के सामान के लिए तीन गुना तक ज्यादा पैसे देने पड़ रहे हैं। अफगानी लोग तालिबान के जुल्मों का लगातार शिकार हो रहे हैं, पर उन्हें मेडिकल सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं हो पा रही। काबुल एयरपोर्ट पर हुई गोलीबारी में कई लोग गंभीर रुप से घायल हैं, पर ना उनके पास इलाज कराने के लिए पैसे हैं और ना हॉस्पिटल्स में डॉक्टर्स हैं।

महिलाओं के अधिकारों का हनन

अफगानिस्तान में रहने वाली महिलाओं की हालत गंभीर बनी हुई है। वे 24 घंटे डर के साये में रहने को मजबूर हैं। साथ ही उनके मौलिक अधिकारों का भी हनन हो रहा है, वे अपनी मर्जी के कपड़े नहीं पहन सकती और नेलपेंट तक नहीं लगा सकती। इतना ही नहीं महिला नर्स और महिलाओं की नौकरियां चली गई, जिसके कारण अफगानी महिलाएं गंभीर आर्थिक समस्याओं से जूझ रही हैं।