ऑपरेशन गंगाः भारत ने 24 घंटे में यूक्रेन से निकाले 1377 लोग, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दी जानकारी

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नई दिल्ली। यूक्रेन में युद्ध के संकट के बीच भारत अपने लोगों को निकालने का हर संभव प्रयास कर रहा है। यूक्रेन में बड़ी संख्या में भारतीय रहते हैं। राजधानी कीव पर इस समय संकट के बादल मंडरा रहे हैं। ऐसे में भारत के लोगों को कीव से अलग शिफ्ट किया गया है और उन्हें पड़ोसी देशों के जरिए भारत वापस लाया जा रहा है। भारत ने इस मिशन को ‘ऑपरेशन गंगा’ नाम दिया है। राहत की बात है कि भारत ने पिछले 24 घंटे में 1377 लोगों को निकाल लिया है। अब इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना भी जुट गई है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत ने पिछले 24 घंटों में जंगज़दा देश यूक्रेन से 1,377 नागरिकों को निकाला है. विदेश मंत्री ने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए लिखा कि “पिछले 24 घंटों में अब छह उड़ानें भारत के लिए रवाना हुई हैं, जिसमें पोलैंड से पहली उड़ान भी शामिल हैं. यूक्रेन से 1377 और भारतीय नागरिकों को वापस लाया. ”

एयरफोर्स के तीन विमान पोलैंड, हंगरी और रोमानिया के लिए रवाना हो गए हैं। आज सुबह 4 बजे ही ग्लोबमास्टर सी 17 रोमानिया के लिए रवाना हो गया है। इस समय भारत रोमानिया, स्लोवाकिया, पोलैंड और हंगरी से भारतीय छात्रों और अन्य लोगों को मदद पहुंचा रहा है। यूक्रेन ने अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया है। ऑपरेशन गंगा का एक ट्विटर अकाउंट (@opganga) भी है। कीव में भारतीय दूतावास ने कहा था कि एक दिन में ही सभी लोग कीव से निकल जाएं। जानकारी के मुताबिक अब कीव में कोई भारतीय नहीं है और वे यूक्रेन के बॉर्डर वाले इलाकों में पहुंच गए हैं। यूक्रेन की सरकार ने भी लोगों के लिए ट्रेनों का प्रबंध किया था। यूक्रेन पर हमले के बाद यूएस नगर के छात्रों को भारतीय दूतावास खोजने में जुटा है। 54 में से 32 छात्र ऐसे हैं जिनके मोबाइल स्विच ऑफ होने के चलते उनकी लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही है, जबकि अन्य 22 छात्र भारतीय दूतावास के रडार पर हैं। यूक्रेन में फंसे कई छात्रों की उनके माता-पिता से बात नहीं हो पा रही है। भारतीय दूतावास की टीम भी छात्रों की लोकेशन तलाशने में जुटी है। 22 छात्र ऐसे हैं जिन्हें भारतीय दूतावास ने ट्रेस कर लिया है। 32 छात्र ऐसे हैं जिनको भारतीय दूतावास ट्रेस करने में जुटा है 32 छात्रों की लोकेशन ट्रेस होते ही आपदा कंट्रोल रूम में इसकी सूचना मिल जाएगी।