उपराष्ट्रपति धनखड़ ने दिव्यांगों को कृत्रिम अंग प्रदान करने को लेकर जयपुर टीम को सीरिया के लिए किया रवाना

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उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, “जरूरतमंद लोगों की सेवा करने से ज्यादा धार्मिक कुछ नहीं है।” उन्होंने लोगों से अपनी क्षमता के अनुरूप समाज को वापस देने का अनुरोध किया।

उपराष्ट्रपति ने कृत्रिम अंग (जयपुर फुट) फिटमेंट शिविर लगाने के लिए सीरिया जाने वाले भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति (बीएमवीएसएस) के आठ लोगों की टीम को झंडी दिखाकर रवाना किया। यह टीम सीरिया के दमिश्क में एक शिविर स्थापित करेगी, जिससे आने वाले 42 दिनों में दिव्यांगों को 600 कृत्रिम अंग प्रदान किए जा सकें।

उपराष्ट्रपति अपने निवास पर कृत्रिम अंग फिटमेंट शिविर स्थापित करने के लिए भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति (बीएमवीएसएस) की टीम को झंडी दिखाकर रवाना किया।

उपराष्ट्रपति ने बीएमवीएसएस के प्रयासों की सराहना की। उपराष्ट्रपति ने कहा कि इस संगठन ने जयपुर फुट को पूरे विश्व में लोकप्रिय बनाकर और अपनी सेवाएं नि:शुल्क प्रदान करके, साझा करने व देखभाल करने के भारत के सभ्यतागत लोक व्यवहार का प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि उनकी अन्य पहलों की तरह यह नवीनतम प्रयास भी भारत के लिए भारी सद्भावना उत्पन्न करेंगे।

धनखड़ ने सीरिया में मिशन शुरू करने के साहस के लिए इस टीम की सराहना और उनके प्रयासों में सफलता की कामना की। उन्होंने बीएमवीएसएस की टीम, जिसका नेतृत्व इसके संस्थापक डी.आर. मेहता ने किया और इसके कुछ लाभार्थी, जिन्होंने जयपुर फुट का उपयोग किया हुआ था।

यह उल्लेखनीय है कि 2017 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फिलीपींस में बीएमवीएसएस के एक ऐसे केंद्र का दौरा किया था। इसके अलावा पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने 2019 में वियतनाम के हनोई में बीएमवीएसएस के एक फिटमेंट शिविर का उद्घाटन किया था।