यूपी सरकार को किसानों की मांगें सुनने की सलाह देने वाली कांग्रेस, पंजाब में क्यों चुप है!

0

यूपी सरकार को किसानों की मांगें सुनने की सलाह देने वाली कांग्रेस, पंजाब में क्यों चुप है!

पंजाब, हरियाणा के किसान कई महीनों से गन्ने के दामों में बढ़ोतरी औऱ तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस लगातार यूपी सरकार पर किसानों की मांगों को मानने को लेकर निशाना साधती रही है। कांग्रेस का कहना था कि योगी सरकार को किसानों के बारे में सोचना चाहिए। वहीं अब राष्ट्रीय किसान प्रोग्रेसिव एसोसिएशन  के अध्यक्ष बिनोद आनंद ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। बिनोद आनंद ने कहा कि यूपी में कांग्रेस किसानों की मांगें सुनने की सलाह देती है और पंजाब में वहीं कांग्रेस किसानों के बारे में जरा-सा भी नहीं सोचती। उन्होंने कहा कि पंजाब में लगातार किसान गन्ने के दामों को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार से मांग कर रहे हैं, पर सरकार किसानों की सुनने तक को तैयार नहीं है।

आगे बिनोद आनंद ने कहा कि हरियाणा और यूपी में गन्न के दाम पंजाब से ज्यादा है। यूपी में गन्ने के 325 रुपये प्रति क्विंटल का दाम हैं, वहीं हरियाणा में 350 रुपये प्रति क्विंटल है। पंजाब की बात करें तो राज्य में ये दाम सिर्फ 310 रुपये प्रति क्विंटल है।

कुछ समय पहले कैप्टन अमरिंदर ने भी गन्ने के दामों में 15 प्रति क्विंटल बढ़ाने का वादा किया था, पर अब तक उन्होंने 1 प्रति क्विंटल भी नहीं बढ़ाया। किसान शक्ति संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंह ने कहा कि देश में गन्ने की उत्पादन लागत औसतन 350 रुपये प्रति क्विंटल है। इसे देखते हुए सरकार को गन्ने का दाम कम से कम 400 रुपये प्रति क्विंटल रखना चाहिए।