कृषि कानून के विरोध में बैठे आंदोलनकारियों ने ग्रामीण पर किया जानलेवा हमला, विरोध में होगी महापंचायत

0

 सोनीपत के सेरसा गांव निवासी रामनिवास पर शनिवार की शाम को कृषि कानून के विरोध में धरने पर बैठे आंदोलनकारियों ने जानलेवा हमला कर दिया। उनकी कार तोड़ डाली और उन पर डंडों व धारदार हथियार से हमला किया। उन्होंने 200 मीटर दौड़कर और एक दुकान के अंदर घुसकर अपनी जान बचाई। रामनिवास को वहां से कुंडली पुलिस ने सुरक्षित निकाला। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर रामनिवास का चिकित्सकीय परीक्षण कराया है। वहीं, घटना से नाराज क्षेत्र के दर्जनभर गांवों के लोगों ने कथित आंदोलनकारियों की मनमानी का मुकाबला करने का एलान किया है। इसके लिए क्षेत्र में जल्द ही महापंचायत आयोजित की जाएगी। रामनिवास ने बताया कि वे अपने मकानों का किराया लेने कुंडली गए थे। जीटी रोड से गांव जाने वाले रास्ते पर आंदोलनकारियों ने पत्थर लगाकर रोड जाम कर रखा था। इस पर उन्हाेंने सड़क के एक किनारे से होकर अपनी कार को निकालने का प्रयास किया। इसी दौरान आंदोलन में शामिल एक युवा ने उनकी कार पर डंडे बरसाने शुरू कर दिए। इससे कार में नुकसान हो गया। इस पर वे नीचे उतरे और कार पर डंडा मारने का कारण पूछने लगे।

धारदार हथियार से किया वार

रामनिवास ने बताया कि उसी समय 10-12 कथित आंदोलनकारी वहां पर पहुंचे और बिना कुछ कहे-सुने उन पर हमला बोल दिया। उनको डंडे मारे गए और किसी धारदार हथियार से वार किया गया। इस पर जान बचाने के लिए वह भाग निकले। हमलावरों ने भागते समय भी करीब सौ मीटर तक उनका पीछा किया और उनको लगातार डंडे मारे गए। करीब 200 मीटर दूर वे अपने एक परिचित की दुकान में घुस गए और शटर गिरा लिया। वहां से घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। सूचना पाकर कुंडली थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने कार को मौके से हटाया और रामनिवास को लेकर नागरिक अस्पताल पहुंचे। पुलिस ने रामनिवास की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

सोमवार को होगी किसानों के विरोध में पंचायत

हमले से नाराज क्षेत्र के दर्जनभर गांवों के लोगों ने सेरसा व मनौली गांव में बैठक का आयोजन किया। इसमें निर्णय लिया गया कि कथित आंदोलनकारियों के नाम पर गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ये आंदोलनकारी हमारा रास्ता बंद करके आए दिन मारपीट कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन भी हमारी सुनवाई नहीं कर रहा। इसके चलते सोमवार को क्षेत्र के ग्रामीणों की पंचायत बुलाई गई है। इसमें आरपार की रणनीति तैयार कर कथित आंदोलनकारियों का मुकाबला कर रास्ता खुलवाया जाएगा। बैठक मेें पुलिस अधिकारियों पर धरना दे रहे लोगों का सहयोग करने का आरोप लगाया है।

पुलिस ने कहा कार्यवाही की जाएगी।

सेरसा गांव के रामनिवास पर डंडों से कई वार किए गए हैं। आंदोलनकारियों ने रास्ता रोक रखा है। वहां पर कार निकालने को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ था। हमने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। आरोपियों की पहचान कर कार्यवाही की जाएगी।