किस राह पर आगे बढ़ रहे हैं चिराग, तेजस्वी को कहा छोटा भाई, नीतीश के पैर छूने को तैयार।

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चिराग किस राह पर आगे बढ़ रहे हैं

चिराग किस राह पर आगे बढ़ रहे हैं  -एलजेपी सांसद चिराग पासवान लगातार बदले हुए अंदाज में नजर आ रहे हैं। शनिवार को उन्होंने कहा कि वह राजनीति में वरिष्ठ होने की वजह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पैर छुएंगे, लेकिन गलत नीतियों का विरोध भी करेंगे। यही नहीं उन्होंने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को अपना छोटा भाई कहा है। उनके इस बयान के बाद बिहार में सियासी हलचल तेज हो गई है।चिराग पासवान ने शनिवार को एक निजी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘

जब भी मैं नीतीश कुमार से मिलूंगा तो मुझे सीएम के पैर छूने में कोई झिझक नहीं होगी। लेकिन मैं उनकी नीतियों के लिए उनका विरोध करता रहूंगा।’ उन्होंने कहा कि जिस लोक जनशक्ति पार्टी स्थापना उनके पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने की थी, उसमें टूट से गहरा दुख हुआ है। चिराग ने कहा कि फिलहाल उनकी पहली प्राथमिकता एलजेपी की आशीर्वाद यात्रा को सफल बनाना है।

लालू प्रसाद यादव और रामविलास पासवान

चिराग पासवान ने स्वीकार किया कि बिहार के दो राजनीतिक दिग्गजों लालू प्रसाद यादव और रामविलास पासवान के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध थे। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘मेरे पिताजी (स्वर्गीय रामविलास पासवान) और लालू यादव काफी घनिष्ठ मित्र रहे हैं। मैं और तेजस्वी यादव एक दूसरे को बचपन से ही जानते हैं। हम लोग काफी अच्छे दोस्त हैं। तेजस्वी मेरे छोटे भाई के समान हैं। बिहार में जब चुनाव का समय आएगा तब पार्टी आरजेडी के साथ गठबंधन को लेकर अंतिम फैसला लेगी।’

चिराग पासवान ने आगे कहा कि सीएए, एनआरसी समेत हर कदम पर मैं बीजेपी के साथ खड़ा रहा हूं।
वहीं, नीतीश कुमार इससे असहमत थे। अब बीजेपी को तय करना है
कि आने वाले दिनों में वे मेरा समर्थन करेंगे या नीतीश कुमार का। इसके अलावा चिराग ने कहा कि मैंने हनुमान की तरह प्रधानमंत्री जी का हर मुश्किल दौर में साथ दिया।
आज जब हनुमान का राजनीतिक वध करने का प्रयास किया जा रहा है,
मैं ये विश्वास करता हूं कि ऐसे में राम खामोशी से नहीं देखेंगे।

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव

इससे पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने चिराग पासवान की तरफ एक बार फिर से दोस्ती का हाथ बढ़ाया है।
तेजस्वी ने पहले चिराग को साथ आने का ऑफर दिया
अब उनकी पार्टी 5 जुलाई को रामविलास पासवान की जयंती मनाएगी।
इस मौके पर पार्टी दफ्तर में उनकी फोटो पर पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता माल्यार्पण करेंगे।
दिलचस्प बात ये है कि उसी दिन आरजेडी का स्थापना दिवस भी है
तो उससे संबंधित कार्यक्रम उसके बाद होंगे।