Kisan Andolan : गुरनाम सिंह चढ़ूनी किसके टिकट पर लड़ेंगे पंजाब चुनाव कांग्रेस या आप ?

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गुरनाम सिंह चढ़ूनी किसके टिकट पर लड़ेंगे पंजाब चुनाव कांग्रेस या आप ?

गुरनाम सिंह चढ़ूनी किसके टिकट पर लड़ेंगे पंजाब चुनाव कांग्रेस या आप ? पंजाब चुनावों में अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा जाहिर कर दी है। वो चुनाव लड़ना चाहते हैं और किसान आंदोलन से उनकी राजनीतिक पृष्ठभूमी तैयार हो चुकी है। ऐसे में सवाल ये है कि 2014 से केजरीवाल की आम आदमी पार्टी से जुड़े चढूनी AAP से टिकट पाएंगे या फिर हाल ही में बढ़ी कांग्रेस से नजदीकियां उन्हें कांग्रेस की टिकट पर चुनावी मैदान में उतार सकती हैं ?

चढ़ूनी के 2013- 2014 से हैं आम आदमी पार्टी से संबंध

2013 2014 के चुनावों से पहले गुरनाम सिंह चढ़ूनी का नाम पहली बार बड़े अखबारों की सुर्खियां बना, वजह थी
आम आदमी कार्यकर्ताओं द्वारा चढ़ूनी को टिकट दिए जाने का विरोध।
मामला कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट का था
जिसमें पहली बार केजरीवाल की पार्टी लोकसभा चुनावों में एंट्री मार रही थी।
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गुरनाम सिंह चढ़ूनी की बढ़ी दावेदारी पर आरोप लगाया था
कि चढ़ूनी की आपराधिक पृष्ठभूमी है

उन्हें अदालत से सजा भी दी जा चुकी है। लेकिन केजरीवाल चाहते थे चढ़ूनी को लोकसभा चुनावों में फायदा दिलवाया जाए और आखिरकार केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के अंतर्गत चल रही आम आदमी पार्टी ने गुरनाम सिंह चढ़ूनी की पत्नी बलविंदर कौर को कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से चुनावी टिकट दिया। जाहिर है
कि केजरीवाल और गुरनाम सिंह चढूनी की आपसी जान पहचान बहुत पुरानी है और ऐसे में संभव है
कि गुरनाम सिंह चढ़ूनी की पत्नी को 2014 में टिकट देने वाली आम आदमी पार्टी,
अब किसान आंदोलन से हरियाणा की खबरों में छाए रहने वाले नेता चढ़ूनी को सीधे टिकट दे।

लेकिन ये राह इतनी भी आसान नहीं है, 2014 से लेकर अब तक चढ़ूनी ने अपना राजनीतिक कद बढ़ा लिया है
और उनकी कांग्रेस से नजदीकियां भी किसी से छिपी नहीं हैं।

किसान आंदोलन से कांग्रेस नेताओं के प्रिय बने

किसान आंदोलन में जब गुरनाम सिंह चढ़ूनी की टीम ने हरियाणा के सीएम के कार्यक्रम को रद्द करवाया, ट्रैक्टरों का बड़ा काफिला 26 जनवरी के गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के लिए लाल किले तक भेजा तो कांग्रेस ने भी इनका पूर्ण समर्थन किया है।
हरियाणा के वरिष्ठ कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला  दिसंबर से ही लगातार संपर्क में रहे हैं
और इनकी कई मुलाकातों की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं।
सूत्रों के मुताबिक किसान आंदोलन के कार्यक्रमों में बीकेयू चढ़ूनी के साथ अक्सर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ भी देखी जा चुकी है। ऐसे में संभव है
कि पंजाब में चुनाव लड़ने की बात कहने वाले गुरनाम सिंह चढ़ूनी को कांग्रेस ही टिकट देने को राजी हो जाए।

आम आदमी पार्टी औऱ कांग्रेस दोनों से अच्छे संबंध हैं, ऐसे में देखना ये है
कि पंजाब चुनाव से ऐन पहले किसान आंदोलन के नाम पर चल रहा राजनीतिक ऊंट किस करवट बैठता है।

कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का पंजाब में जमकर मुकाबला होता दिख रहा है,
ऐसे में चढ़ूनी किसके साथ जाएंगे या फिर अपनी ही नई पार्टी का ऐलान कर देंगे कुछ भी हो सकता है।
बीजेपी नेता भी इनके राजनीतिक मंसूबों पर दिसंबर में ही बोल चुके हैं, तो जाहिर है
कि उन्होंने सोची समझी रणनीति के तहत चुप्पी साधी हुई है,
ताकि अंत समय पर चुनावों से पहले सब मुद्दों को एक एक कर जनता के सामने रखा जा सके।