कारगिल में तैनात उत्तराखंड के लाल प्रणय नेगी का बीते मंगलवार को निधन हो गया था। उनका पार्थिव शरीर उनके घर भनियाववाला पहुंचते ही परिजन बिलख पड़े, इस दौरान सैकड़ों लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। मेजर प्रणय नेगी लेह में हाई एटीट्यूड पर ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए थे। शहीद होने की खबर सुनकर परिवार में कोहराम मच गया था।
शहीद मेजर प्रणय नेगी को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके आवास पर सैकड़ों लोगों की भीड़ थी।
पूर्व मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि
इस दौरान कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, डोईवाला विधायक बृजभूषण गैरोला सहित ग्रामीणों ने नम आंखों से शहीद मेजर को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे।
शहीद मेजर तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े थे। उनकी शादी तीन साल पहले हुई थी और उनका डेढ़ साल का एक बेटा भी है। चाचा नरेंद्र नेगी के मुताबिक, लेह में हाई एटीट्यूड में तैनाती के दौरान ऑक्सीजन की कमी से मेजर की स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ी जिसके बाद वे शहीद हो गए। उनके दादा भी फौज में थे, जबकि पिता ने होटल लाइन में नौकरी कर तीनों बच्चों को मसूरी के प्रतिष्ठित स्कूलों से शिक्षा दिलाई और प्रणव नेगी 2013 में आईएमए से पासआउट होकर सेना में लेफ्टिनेंट बने थे। वो मूल रूप से थाती डांगर गांव कीर्तिनगर टिहरी के रहने वाले थे।