योगी सरकार ने गन्ना किसानों को किया सम्मानित! पहले होते थे आंदोलन, अब पहुंच रही यूपी की मिठास

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में 20 सहकारी गन्ना तथा चीनी मिल समितियों के नवनिर्मित भवनों के लोकार्पण कार्यक्रम में गन्ना उत्पादन से जुड़े किसानों को सम्मानित भी किया गया। और ‘राज्य गन्ना उत्पादन प्रतियोगिताओं’ के विजेताओं को प्रमाण-पत्र वितरण किये गए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनिर्मित भवनों के लोकार्पण के दौरान कहा छह वर्ष पहले प्रदेश के गन्ना किसानों को पर्ची के लिए परेशान होना पड़ता था। उनकी पर्ची की चोरी के साथ गन्ने की तौलाई में घटतौली होती थी। ऐसे में वह आंदोलन करने को मजबूर होते थे। साथ ही चीनी मिल के असमय बंद होने से किसानों को परेशान होना पड़ता था। इतना ही नहीं बरसों तक गन्ना किसानों को बकाया गन्ने का भुगतान नहीं होता था। वहीं वर्ष 2017 में प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनते ही वर्ष 2010 से लेकर 2017 के बीच बकाया गन्ना का भुगतान करने के लिए मिशन मोड पर काम शुरू किया गया।

इस पर चीनी मिल मालिकों ने समय से किसानों को बकाया भुगतान करने के लिए इथेनॉल बनाने की परमिशन मांगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सहमति पर आज प्रदेश में चीनी मिलें चीनी के साथ इथेनॉल भी बनाने का काम कर रहीं हैं। आज उसी का परिणाम है कि पूरे देश में उत्तर प्रदेश गन्ना उत्पादन में नंबर वन होने के साथ ही इथेनॉल, चीनी उत्पादन, खांडसारी यूनिट्स में भी नंबर वन है। यह इस क्षेत्र के रिफॉर्म का नतीजा है।

चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी ने कहा कि कोरोना की वजह से पुरस्कार नहीं दिए गए थे, जिनको आज मिल रहे है। छह साल से योगी के नेतृत्व में गन्ना उत्पादन में यूपी पूरे देश में प्रथम स्थान पर है। कोरोना में भी मिलें चलती रहीं।

135 गन्ना किसानों को सीएम योगी ने दिए प्रमाण पत्र 

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार चाहती है कि किसानों का गन्ना उत्पादन ज्यादा से ज्यादा बढ़ सके और गन्ना किसानों को किसी भी तरीके की कोई भी परेशानी ना हो सके। जिसको लेकर सरकार के द्वारा गन्ना प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इसके तहत प्रतियोगिता में 135 किसानों ने अच्छी तरीके से गन्ने की खेती की और इस प्रतियोगिता में भाग लेकर प्रतियोगिता को जीता। सीएम योगी ने प्रतियोगिता में जीते किसानों को बुलाकर एक कार्यक्रम के दौरान उनको प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।

प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान पर आने वाले किसानों को मिला इनाम

यूपी सरकार के द्वारा किसान प्रतियोगिता कराई गई और इस प्रतियोगिता में 135 किसान विजेता पाए गए जिसके बाद उनको सम्मानित करने का काम किया गया। वहीं सीएम योगी ने पर्थम स्थान पर आने वाले किसानों को ₹51000 दिए, जबकि द्वितीय स्थान पर आने वाले किसानों को 31000 और तृतीय स्थान पर आने वाले ₹21000 देकर उनको सम्मानित करने का काम किया गया उन्होंने किसानों से अपील की है कि वह आगे अच्छे तरीके से अपने की फसल का उत्पादन करें।

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2017 के बाद से किसानों का गन्ने का हुआ भुगतान 

सीएम योगी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि 2017 से पहले किसान बेहद परेशान थे। उनके गन्ने का मूल्य उनको समय पर नहीं मिलता था। हमारी सरकार के द्वारा गन्ने का मूल्य किसानों को समय पर दिया जा रहा है। जिसके वजह से किसान अब आगे बढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसके अंतर्गत युवा किसानों से संवाद स्थापित कर उन्हें उत्पादकता बढ़ाने और बेहतर काम करने तरीके बताए जा रहे। खास करके प्रदेश के प्रवासी किसानों को भी जागरूक करने का काम किया जा रहा है। इससे कि युवा किसान गन्ने की खेती की ओर लौट रहे है। यूपी में पहले 4 गन्ना मील बंद थे जिसको सरकार के द्वारा चालू कराने का काम किया गया और 2 नई चीनी मिल को भी बनवाया गया जिससे युवाओं और किसानों का फायदा हो सके।