इस बार सावन में 4 नहीं…8 सोमवार, बन रहा ये खास संयोग; शिवभक्तों को शिवजी का अखंड वरदान! अगर शादी का नहीं बन रहा योग; तो सावन के दिनों में जरूर करें ये काम!

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सावन का यह महीना 59 दिनों का होगा और इसमें चार नहीं, बल्कि आठ सोमवार होंगे.ऐसे में शिवभक्तों के लिए भगवान भोले को पसन्न कर उनका आशीर्वाद पाने के लिए 8 सोमवार मिलेंगे. सावन भगवान शिव का अति प्रिय मास है। बताते चलें कि अधिमास के कारण इस बार सावन का महीना 30 नहीं बल्कि 59 दिनों का है।

सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। इस महीने में शिवभक्त पूरी श्रद्धा के साथ भोलेनाथ का पूजन करते हैं और शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं। इसमें भी सोमवार के दिन भोलेनाथ की पूजा का विशेष महत्व माना जाता है। शिवभक्तों के लिए अच्छी खबर ये है कि इस साल अधिकमास होने की वजह से सावन के महीने में 8 सोमवार पड़ेंगे।

कब शुरु होगा सावन? आइये जानते हैं इसकी तिथि और भगवान शिव के पूजन की विधि! 

इस साल सावन का महीना 4 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। इसका पहला सोमवार 10 जुलाई को होगा और 28 अगस्त को सावन का आखिरी सोमवार का व्रत रखा जाएगा। इस बार सावन दो महीने तक चलेगा और 31 अगस्त को समाप्त होगा। यानी 59 दिनों तक भगवान शिव को प्रसन्न करने के उपाय किये जा सकते हैं।

सावन के पहले सोमवार को पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 38 मिनट से शुरू होकर 7 बजकर 22 मिनट तक चलेगा। शास्त्रों के मुताबिक प्रदोष काल में पूजा करने से शिव प्रसन्न होते हैं, इसीलिए शाम के मुहूर्त में पूजा करने से बहुत ही शुभ फल मिलेगा। सबसे पहले भगवान शिव का जलाभिषेक करें। पूजा के दौरान शिव को प्रिय बेलपत्र, धतूरा, भांग, फल और कच्चा दूध अर्पण करें। कुंवारी लड़कियां अगर इस मुहूर्त में महादेव को प्रसन्न करेंगी तो उनको मनचाहा वर शिव से प्राप्त होगा।

मान्यता है कि सावन के सोमवार को व्रत-पूजन से भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं। अगर शादी का योग नहीं बन रहा है या अच्छे रिश्ते नहीं मिल पा रहे हैं तो सावन के सोमवार का व्रत जरूर करें। ऐसा करने से विवाह से जुड़ी अड़चनें दूर होती हैं। धन की कमी दूर करने के लिए सोमवार के दिन शमी के पौधे की जड़ में जल अर्पण करें। अधिक मास की वजह से इस बार आप 4 के बजाए 8 सोमवार का व्रत कर सकते हैं। भगवान विष्णु को अधिक मास का स्वामी माना जाता है। इसीलिए शिव साधना के साथ ही भगवान विष्णु की पूजा करना भी बहुत शुभ रहेगा।