ऑस्ट्रेलिया में दूसरी बार हिरासत में लिए गए स्टार टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच, वीजा भी रद्द

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स्टार टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविचकी मुश्किलें फिर बढ़ गयी है। ऑस्ट्रेलिया में दूसरी बार उन्हें हिरासत में लिया गया है। यह जानकारी जोकोविच के वकील ने दी है। ऑस्ट्रेलिया सरकार ने दूसरी बार उनका वीजा रद्द किया था। इसके खिलाफ जोकोविच ने ऑस्ट्रेलियाई अदालत में अपील की थी और अब सुनवाई से पहले उन्हें फिर से हिरासत में लिया गया है। अब कोर्ट के फैसले से तय होगा कि जोकोविच ऑस्ट्रेलिया में बिना कोरोना वैक्सीनेशन के रह सकते हैं या नहीं। इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया के इमिग्रेशन मिनिस्टर एलेक्स हॉक ने नोवाक जोकोविच का वीजा रद्द कर दिया था। एलेक्स हॉक ने कहा था कि यह फैसला लोगों के हित में लिया गया है।

जोकोविच के वकील ने इस मामले पर कहा है कि ऑस्ट्रेलिया सरकार का यह फैसला तर्कहीन है। इसके खिलाफ अदालत में अपील की गई है। शनिवार और रविवार को इस पर सुनवाई होगी। ऑस्ट्रेलियन ओपेन में मुख्य दौर की शुरुआत 17 जनवरी से हो रही है। इसमें भाग लेने के लिए जोकोविच को सोमवार तक टूर्नामेंट के साथ जुड़ना होगा। नोवाक जोकोविच अगर अदालत में यह केस हार जाते हैं तो उनका वीजा तो रद्द होगा और अगले तीन साल के लिए उनका ऑस्ट्रेलिया का वीजा प्रतिबंधित किया जा सकता है।

जानते है क्या है पूरा मामला

जोकोविच ने अब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं लगवाई है। वहीं ऑस्ट्रेलिया में वैक्सीन को लेकर नियम सख्त हैं। जोकोविच ने मेडिकल परेशानी की हवाला देते हुए कहा कि वो फिलहाल वैक्सीन नहीं लगवा सकते। इस आधार पर उन्हें ऑस्ट्रेलियन ओपन में खेलने की छूट मिल गई थी, लेकिन जोकोविच के ऑस्ट्रेलिया पहुंचने के बाद उनसे मेडिकल परेशानी के सबूत मांगे गए। यहां पर उनकी तरफ से कहा गया कि 16 दिसंबर को ही उन्हें कोरोना हुआ था। ऐसे में वो फिलहाल वैक्सीन नहीं लगवा सकते। इसके बाद उन्हें एयरपोर्ट में ही रोक लिया गया और उनका वीजा रद्द कर दिया गया।

वीजा रद्द होने के बाद जोकोविच चार दिन तक आव्रजन विभाग के होटल में रुके थे और इस फैसले को कोर्ट में चुनौती दी। सुनवाई के बाद अदालत ने जोकोविच को सही ठहराया। उनके सारे कागज लौटाने का आदेश दिया गया और ऑस्ट्रेलियन ओपेन में उनके खेलने का रास्ता लगभग साफ हो चुका था। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने दूसरी बार इस खिलाड़ी का वीजा रद्द कर दिया और उन्हें फिर से हिरासत में लिया गया। जोकोविच के मामले पर अदालत में सुनवाई होनी है, लेकिन 17 जनवरी से शुरू हो रहे टूर्नामेंट में उनका खेलना लगभग नामुमकिन है।