#KisanAndolan किसान नेताओं ने सरकार के सामने रखी बातचीत की पहल की बात

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#KisanAndolan किसान नेताओं ने सरकार के सामने रखी बातचीत की पहल की बात

#KisanAndolan: किसान आंदोलन को 26 सितंबर को पूरे दस महीने हो जाएंगें। हरियाणा, पंजाब, दिल्ली-बॉर्डरों पर किसान लगातार दस महीनों से केंद्र सरकार के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार 2020 में पास किए गए तीन कृषि कानूनों को वापस ले। किसान नेताओं का कहना है कि मोदी सरकार द्वारा पास किए गए इन तीन कृषि कानूनों से देश के अन्नदाताओं को काफी नुकसान होगा, इसलिए केंद्र सरकार को ये कानून वापस ले लेने चाहिए। जहां अब तक इस किसान आंदोलन में सिर्फ किसान नेता और कुछ राजनीतिक पार्टियां सहयोग दे रही थी, वहीं अब माओवादी भी इस आंदोलन के समर्थन में उतरे हैं औऱ हिंसावादी प्रदर्शन कर रहे हैं।

#KisanAndolan किसान नेताओं ने सरकार के सामने रखी बातचीत की पहल की बात

किसान आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए 27 सितंबर को किसान नेताओं ने भारत बंद का ऐलान किया है। साथ ही भाकियू नेता राकेश टिकैत और बाकी किसान नेताओं ने देश के किसानों से अधिक से अधिक संख्या में भारत बंद में सहयोग मांगा है। कल भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत कुंडली बार्डर पर एक जनसभा को संबोधित कर रहे हैं, तभी उन्होंने देश के किसानों और अन्य लोगों को किसान आंदोलन और भारत बंद में अधिक से अधिक सहयोग करने की बात कही।

साथ ही राकेश टिकैत ने ये भी कहा कि वे भारत बंद के बाद जगह-जगह जाकर सभाएं करेंगें और अधिक से अधिक लोगों को इस आंदोलन से जोड़ने की कोशिश करेंगें। किसान नेता टिकैत ने केंद्र सरकार से बातचीत के बारे में कहा कि अगर सरकार सामने से किसानों से बातचीत की पहल करेगी, तो हम जरुर बात करना चाहेंगें।

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