कांवड़ मेले की तैयारियों की मुख्यमंत्री धामी ने की उच्चस्तरीय समीक्षा, कहा – सुरक्षा और व्यवस्था में कोई कमी नहीं होनी चाहिए

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आगामी कांवड़ यात्रा और मेले को लेकर सुरक्षा और व्यवस्थाओं की उच्चस्तरीय समीक्षा करते हुए अधिकारियों को पिछली यात्राओं में सामने आई चुनौतियों का विश्लेषण कर सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विशाल धार्मिक आयोजन श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़ा है, लिहाजा हर स्तर पर सुरक्षा, सुविधा और सतर्कता सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।

ATS और विशेष सुरक्षा बल की तैनाती के निर्देश

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि किसी भी संभावित आतंकी खतरे से निपटने के लिए एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) और विशेष सुरक्षा बल की तैनाती सुनिश्चित की जाए। खुफिया तंत्र को सक्रिय और सतर्क रहने को कहा गया है, ताकि किसी भी तरह की अवांछनीय गतिविधि की पूर्व सूचना पर समय रहते कार्रवाई की जा सके।

तीन दिन का स्थलीय निरीक्षण अनिवार्य

मुख्यमंत्री धामी ने सभी विभागीय सचिवों और पुलिस महानिरीक्षकों को आदेश दिए कि वे तीन दिन का स्थलीय निरीक्षण कर मेले की तैयारियों का जायजा लें। उन्होंने कहा कि भीड़ नियंत्रण, यातायात प्रबंधन, सुरक्षा व्यवस्था, आपदा प्रबंधन, और स्वास्थ्य सेवाओं में कोई चूक नहीं होनी चाहिए।

श्रद्धालुओं का सत्यापन और शांति व्यवस्था पर विशेष जोर

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिविर संचालकों, होटल-धर्मशालाओं में ठहरने वाले व्यक्तियों, स्वयंसेवकों और मेले में कार्यरत स्टाफ का पूरी तरह से सत्यापन कराया जाए। लाठी, डंडा, नुकीली वस्तुएं ले जाने पर रोक और मादक पदार्थ, शराब और मांस की बिक्री पर प्रतिबंध को सख्ती से लागू किया जाए।

महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध

कांवड़ यात्रा में महिला श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए महिला घाटों और धर्मशालाओं में विशेष सुरक्षा बल, महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती और सतर्क निगरानी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।

तकनीकी और आपदा प्रबंधन उपाय

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी प्रमुख स्थलों पर — एक्स-रे सिस्टम, फायर टेंडर और अग्निशमन यंत्र, आपातकालीन एंबुलेंस और मेडिकल बैकअप, सादे वस्त्रों में तैनात महिला और पुरुष सुरक्षाकर्मी अजुर और जल पुलिस और प्रशिक्षित गोताखोर की तैनाती अनिवार्य हो। आपदा राहत उपकरणों से युक्त टीमें भी सक्रिय रहें। उन्होंने ब्लैक स्पॉट चिन्हित कर वहां तत्काल सुधारात्मक कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।

यह समीक्षा बैठक नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की गई। इसमें सचिव गृह शैलेश बगौली, पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ, सचिव आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन, तथा कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और संबंधित विभागों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री धामी ने कांवड़ मेले को “आस्था, व्यवस्था और सुरक्षा का आदर्श उदाहरण” बनाने की बात कही और सभी विभागों को आपसी समन्वय, त्वरित कार्य और सजगता से कार्य करने का संदेश दिया।