पिता के निधन के बाद महान क्रांतिकारी शिवाराम हरि राजगुरु ने यूं बनाई पहचान

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महान स्वतंत्रता सेनानी राजगुरु जयंती स्पेशल:

आज महान स्वतंत्रता सेनानी शिवाराम हरि राजगुरु की जयंती है। इस दिन साल 1908 में महाराष्ट्र के राजगुरुनगर जिले में एक महान क्रांतिकारी का जन्म हुआ था। राजगुरु बचपन से ही क्रांतिकारी विचारों से काफी प्रभावित थे और बड़े होकर हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी जॉइन कर ली। हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी की स्थापना 1928 में चंद्रशेखर आज़ाद के नेतृत्त्व में दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में किया गया था। भगत सिंह औऱ चंद्रशेखर आजाद राजगुरु के करीबी मित्र थे।

राजगुरु का बचपन का सफर

जब राजगुरु जी 6 साल के थे, तभी उनके पिता का निधन हो गया था। पिता के निधन के बाद घर की सारी जिम्मेदारी उनके बड़े भाई दिनकर पर आ गई थी। राजगुरु ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पुणे से प्राप्त की जिसके बाद वो आगे की शिक्षा के लिए वाराणसी चले गए जहां उन्होंने संस्कृत में शिक्षा प्राप्त की।

भगत सिंह और सुखदेव संग लड़ी स्वतंत्रता की लड़ाई

शिवाराम हरि राजगुरु ने भगत सिंह, सुखदेव और चंद्रशेखर आजाद के साथ मिलकर कई स्वतंत्रता आंदोलनों में भाग लिया। राजगुरु, भगत सिंह औऱ सुखदेव ने 1928 में लाला लाजपत राय की मौत का बदला लेने के लिए ब्रिटिश पुलिस ऑफिसर जेपी साण्डर्स की हत्या की। जिसके बाद 8 अप्रैल 1929 को उन्होंने सेंट्रल असेम्बली, दिल्ली में हमला कर दिया। इस हमले का मकसद ब्रिटिस शासन के दिलों में डर पैदा करना था।

आज राजगुरु जी की जयंती पर सभी राजनैताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।