हरियाणा-पंजाब में किसान आंदोलन में फूट, धीमा पड़ा किसान नेताओं का जोश

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हरियाणा-पंजाब में किसान आंदोलन में फूट, धीमा पड़ा किसान नेताओं का जोश

चंडीगढ़- किसान आंदोलन को पूरे दस महीने हो गए। इन दस महीनों में किसानों ने दो बार भारत बंद का आयोजन किया, ताकि भारत बंद से प्रभावित होकर केंद्र सरकार उनकी मांगें मान लें। भारतीय किसान यूनियन के नेता और हरियाणा-पंजाब के अन्य छोटे-छोटे किसान संगठन मिलकर लगातार केंद्र सरकार पर पास किए गए तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे थे, पर दस महीने बाद भी अब तक ना सरकार ने किसानों की मांगें सुनी और ना किसान अपने प्रदर्शन से पीछे हटे। समय के साथ किसानों का आंदोलन हिंसाकारी रुप लेता नजर आया। 27 सितंबर को भारत बंद आयोजन में भी किसानों का हिंदावादी रुप दिखा। पर दस महीनों के बाद अब किसान आंदोलन ढलता नजर आ रहा है। वजह है किसान नेताओं के बीच की आंतरिक कलह।

हरियाणा-पंजाब में किसान आंदोलन में फूट, धीमा पड़ा किसान नेताओं का जोश

हरियाणा के कुछ किसान संगठन जो राकेश टिकैत और भारतीय किसान यूनियन को अब तक सपोर्ट कर रहे थे, वे अब पीछे हटते नजर आ रहे हैं। किसान संगठन का मानना है कि अब आंदोलन राजनीतिक रुप ले रहा है और राकेश टिकैत और कुछ किसान नेता किसान आंदोलन को अपने फायदे के लिए नया मोड़ दे रहे हैं। दरअसल पिछले काफी समय से ही राकेश टिकैत ना सिर्फ केंद्र सरकार के सामने अपनी मांगें रख रहे हैं बल्कि भाकियू नेता राकेश टिकैत ने मोदी सरकार को आगामी चुनावों में हराने की बात भी कई बार कही। टिकैत लगातार राजनीतिक दलों को आंदोलन में शामिल होने की बात कह रहे हैं, शायद यही कारण है कि किसान संगठनों को टिकैत का ये रवैया पसंद नहीं आ रहा और वो आंदोलन से पीछे हटना शुरु हो गए।

हरियाणा-पंजाब में किसान आंदोलन में फूट, धीमा पड़ा किसान नेताओं का जोशछत्तीसगढ़ के राजिम में मंगलवार को महांपचायत में जुटे किसानों को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने राजनीतिक पार्टियों को आंदोलन में जुड़ने की बात कही थी और साथ ही कहा था कि जो राज्य सरकार किसान आंदोलन को सपोर्ट नहीं करेंगी, वे (किसान) उनके राज्य को दिल्ली-बॉर्डर बना देंगें। हरियाणा के किसान संगठनों के निशाने पर राकेश टिकैत के साथ-साथ किसान मोर्चा की बनाई गई नौ सदस्यीय कमेटी के सदस्य भी शामिल है। इस कमेटी में किसान नेता गुरनाम चढ़नी और योगेंद्र यादव जैसे कई नेता शामिल हैं।

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