छोटे कामों को जज करने वालों के लिए सीख है नेहा गुप्ता की टी स्टॉल

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मिलिये बिहार के सुपौल जिले में चाय की टपरी लगाने वाली IIT Chai Wali नेहा गुप्ता से…

सुपौल- आपने MBA Chai Wale, Chai-Sutta Bar के बारे में तो सुना ही होगा कि कैसे दो नौजवानों ने एक टपरी से शुरुआत की और उस चाय की टपरी को करोड़ों के बिजनेस में कनवर्ट किया। आज हम आपको ऐसी एक Motivate करने वाली कहानी बताने जा रहे हैं। ये कहानी है बिहार के सुपौल के सहरसा जिले में रहने वाली नेहा गुप्ता की। कोई काम छोटा नहीं होता, ये तो हमने बहुत लोगों के मुंह से सुना है, पर जब बात असल जिन्दगी में इसे अपनाने की आती है तो कई लोग इसमें टाल-मटोल करने लगते हैं। ऐसी बड़ी बात और छोटे कामों को जज करने वालों के लिए बिहार में रहने वाली नेहा गुप्ता एक Inspiration है।

‘पेट भरने के लिए कोई काम छोटा नहीं’

नेहा गुप्ता ने IIT किया हुआ है और आज वो सुपौल जिले के डीएम कार्यालय के बाहर IIT Chai Wali के नाम से टपरी लगाती हैं। वो अपने इस काम से बहुत खुश भी है। नेहा का मानना है कि इंसान को अपने लिए जो सही लगे वो करना चाहिए। हालांकि इलाके के कई लोगों का ये भी मानना है कि चाय की टपरी लगानी थी तो IIT की क्यों? वहीं कुछ लोगों का कहना है कि राजधानी में कितने पढ़े लिखे युवा है जो चाय की दुकान चलाते हैं, तो इसमें कोई शर्म नहीं है। पेट के लिए इंसान को काम तो करना ही पड़ता है।

 नेहा के काम को इलाके के लोग काफी सहारते हैं

सुपौल जिले के लोग इसे बहुत सहारते हैं। उनका मानना है कि यहां (बिहार) बहुत बेरोजगारी है, मोदी जी भी आत्मनिर्भर भारत की बात करते हैं, बिहार में भी तरक्की होनी चाहिए, इसलिए युवाओं का ऐसे बिजनेस शुरु करना बहुत सहानीय है। युवाओं को अपने लिए, अपने राज्य के लिए बिजनेस शुरु करना चाहिए।

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ग्रेजुएट चाय वाली प्रियंका गुप्ता से मिली प्रेरणा

नेहा गुप्ता से जब पूछा गया कि उन्हें Inspiration कहा से मिली तो उन्होंने ग्रेजुएट चाय वाली प्रियंका गुप्ता और MBA Chai Wala का नाम लिया। नेहा गुप्ता ने युवाओं को Inspired करने के लिए कहा कि घर में बैठने से कुछ नहीं होगा, कुछ कीजिए, जरुरी नहीं चाय बेचिये पर कुछ काम कीजिए।