राम मंदिर पर उच्चतम न्यायालय के निर्णय का जश्न मनाने को देशभर में कार्यक्रम आयोजित करेगी विहिप

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विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने बुधवार को कहा कि वह देश में 200 से अधिक स्थानों पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर राम जन्मभूमि मामले में उच्चतम न्यायालय से मिली “जीत” का जश्न मनाएगा। ये कार्यक्रम 25 मार्च से आठ अप्रैल के बीच आयोजित किए जाएंगे। दक्षिणपंथी संगठन ने केंद्र से दिल्ली में “हिंदू समुदाय के खिलाफ” दंगे में संलिप्त लोगों पर कड़ी कार्रवाई का भी आग्रह किया है। न्यायालय ने पिछले साल नवंबर में सुनाए अपने फैसले में अयोध्या में राममंदिर निर्माण का रास्ता साफ किया था। न्यायालय के आदेशानुसार मंदिर निर्माण के लिए पिछले महीने 15 सदस्यीय एक न्यास का गठन किया था।

वीएचपी महासचिव मिलिंद परांदे ने यहां संवाददाताओं से कहा, “वीएचपी द्वारा एक लंबी लड़ाई का नेतृत्व करने के बाद उच्चतम न्यायालय ने हमारे पक्ष में फैसला सुनाया था। अब जब केंद्र ने एक स्वतंत्र न्यास का गठन कर दिया है तब हमें उम्मीद है कि अयोध्या में शीघ्र ही भव्य राम मंदिर का निर्माण होगा।” उन्होंने कहा, “राम मंदिर के पक्ष में उच्चतम न्यायालय का निर्णय को लेकर हम 25 मार्च से आठ अप्रैल के बीच वृहद स्तर पर जश्न मनाएंगे। हम बड़ी रथयात्राएं निकालेंगे, 1992 से 1994 के बीच कारसेवा में हिस्सा लेने वालों के लिए सम्मान कार्यक्रम आयोजित करेंगे और दो सौ से अधिक स्थानों पर कार्यक्रम करेंगे।”

यह पूछे जाने पर कि क्या कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए वीएचपी अपने तयशुदा कार्यक्रम आयोजित करेगा, परांदे ने कहा कि आवश्यक स्वास्थ्य एहतियात बरतने के बाद सभी कार्यक्रम आयोजित होंगे। शाहीन बाग में हो रहे प्रदर्शन और दिल्ली में हुई हिंसा पर पूछे गए प्रश्न के जवाब में परांदे ने कहा कि विरोध प्रदर्शन “हिन्दू विरोध” में तब्दील हो चुके हैं और राजधानी में हुए दंगों में कई हिन्दुओं ने अपनी जान गंवाई। परांदे ने कहा कि दिल्ली की आप सरकार और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी को करदाताओं के पैसे से मुस्लिम मौलवियों को वेतन देना बंद करना चाहिए।