लॉकडाउन का वक्त किसानों के लिए सबसे मुश्किल वक्त है। खेतों में फसलें खड़ी हुई हैं वहीं कई किसान नई बोवनी की तैयारी कर रहे। कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के लिए देशभर में इस वक्त लॉकडाउन किया गया है। इस वजह से लोगों को घरों में ही रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा मुश्किल वक्त किसानों के लिए बन गया है। क्योंकि यह फसलों की कटाई, बुआई का वक्त है। इस महत्वपूर्ण वक्त में किसान घरों में बंद होकर रह गए हैं। इसके चलते उनका कृषि अधिकारियों और कृषि विज्ञान केंद्र से संपर्क नहीं हो पा रहा था। हालांकि अब किसानों के लिए बड़ी राहत की खबर है। दरअसल, किसानों की मदद के लिए शुरू किया गया किसान कॉल सेंटर बड़ा मददगार बनकर उभरा है। मुश्किल वक्त को देखते हुए कृषि मंत्रालय ने इसे चालू रखा हुआ है। कॉल सेंटर के नंबर को कृषि वैज्ञानिकों के पर्सनल नंबर पर डायवर्ट कर दिया गया है। जिससे किसानों को वैज्ञानिकों की घर बैठे ही सलाह मिलने लगी है।
20 हजार किसान रोज कर रहे कॉल
किसान कॉल सेंटर में फसलों के संबंध में किसान रोजाना लगभग 20 हजार कॉल कर रहे हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के मुताबिक कॉल सेंटर के माध्यम से लगभग 20 हजार किसान रोजाना कृषि वैज्ञानिकों से खेती के संबंध में सलाह ले रहे हैं।
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इस वक्त कर सकते हैं कॉल
किसान अपनी खेती किसानी से जुड़ी समस्याओं का निदान इस कॉल सेंटर में फोन लगाकर हासिल कर सकते हैं। देश में फिलहाल 21 किसान कॉल सेंटर हैं। इनमें से किसी को भी बंद नहीं किया गया है।