रतन टाटा को मिला ऑस्ट्रेलिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, विदेशी राजदूत बोले- संबंधों पर डाला गहरा प्रभाव

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टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा को ऑस्ट्रेलिया का सर्वोच्च सम्मान ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया (AO) दिया गया है। भारत में ऑस्ट्रेलिया के राजदूत बैरी ओ’फारेल ने ट्विटर पर इसकी घोषणा की। ऑस्ट्रेलिया की ओर से टाटा को भारत- ऑस्ट्रेलिया के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके प्रयासो के लिए दिया गया है।

ऑस्ट्रेलियाई राजदूत की ओर से रतन टाटा को पुरस्कार से सम्मानित करते हुए फोटो शेयर की गई और कहा कि आईलैंड नेशन पर टाटा द्वारा दिए गए योगदान की छाप लंबे समय तक रहेगी।

ऑस्ट्रेलियाई राजदूत ने अपने ट्वीट में लिखा कि रतन टाटा की ओर से कारोबार, इंडस्ट्री और परोपकरी कार्यों के दिग्गज हैं, उनके योगदान ने भारत में ही नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलिया में भी काफी महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है। ऑस्ट्रेलियाई और भारतीय संबंधों के प्रति उनकी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता के सम्मान में रतन टाटा को ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया (AO) सम्मान से सम्मानित करते हुए खुशी हो रही है।

 

रतन टाटा ने द्विपक्षीय संबंधों में निभाई बड़ी भूमिका 85 वर्षीय रतन टाटा ने 2022 में 2 भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते में बड़ी भूमिका निभाई थी। टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) की ऑस्ट्रेलिया इकाई में लगभग 17,000 कर्मचारी काम करते हैं। ऑस्ट्रेलिया में किसी भी भारतीय कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों की ये सबसे बड़ी संख्या है।

पद्म विभूषण से सम्मानित हो चुके हैं रतन टाटा 

रतन टाटा के कार्यों को भारत में बहुत सम्मान की नजरों से देखा जाता है। 2008 में उन्हें भारत सरकार की ओर से दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है। अक्टूबर 2022 में आरएसएस से जुड़ी संस्था सेवा भारती की ओर से टाटा को ‘सेवा रत्न’ पुरस्कार दिया गया था।