राकेश टिकैत का एंकर ने पूछे सवाल तो टिकैत ने बोले राजनीतिक सुर

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राकेश टिकैत का एंकर से हुआ विवाद
किसान नेता बोले- आप सरकार में किस पोस्ट पर हो

राकेश टिकैत का एंकर से हुआ विवाद किसान नेता बोले- आप सरकार में किस पोस्ट पर हो-नए कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार और किसानो के बीच खींचतान चल रही है। किसान संघ जहां तीन कृषि कानूनों में से हर एक को हटाने के हित में दृढ़ हैं, वहीं लोक प्राधिकरण भी अपने रुख पर अडिग है। राकेश टिकैत का कहना है कि देश में सिर्फ 3% किसानो को ही एमएसपी का फायदा मिलता है।

केंद्र सरकार से बातचीत के सवाल पर टिकैत ने कसा तीखा तंज, देखिए क्या कहाrakesh tikait

नई दिल्ली

नए कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार और किसानो के बीच खींचतान चल रही है। किसान संघ जहां तीन कृषि कानूनों में से हर एक को हटाने के हित में दृढ़ हैं, वहीं लोक प्राधिकरण भी अपने रुख पर अडिग है। राकेश टिकैत का कहना है कि देश में सिर्फ 3% किसानो को ही एमएसपी का फायदा मिलता है।

 देश में कृषि कानून के संबंध में पशुपालकों के विकास के रास्ते से भटकने के विषय पर भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधि एवं किसानों अग्रणी राकेश टिकैत ने कहा कि यह किसानों का विकास है, किसान है। विकास होगा और किसानों का विकास होगा। अपने लखनऊ दौरे के समय के विषय पर टिकैत ने कहा कि लखनऊ में काफी घेराव किया गया है. जब आवश्यक हो इसलिए लखनऊ में घेराव होगा। एक टीवी कार्यक्रम में एंकर और राकेश टिकैत के बीच खूब चर्चा हुई. एंकर ने कहा कि तुम बताओ कि कानून में कहां लिखा है कि जिस जगह पर किसान हैं, उसे पुनः प्राप्त किया जाएगा। अगर ऐसा होता है तो मैं आपके साथ बैठकर विरोध करूंगा। इस पर टिकैत ने कहा कि आप लोक प्राधिकरण में किस पद पर हैं।

2022 में किसानों की आमदनी दुगनी होगी

राकेश टिकैत ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि 2022 में किसानों का वेतन दुगना हो जाएगा. बस तीन महीने बचे हैं. गेहूं 4000 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बिकेगा। फैसलों के दौरान यूपी, चंडीगढ़ और पश्चिम बंगाल जाने के विषय पर टिकैत ने कहा कि हम देश में कहीं भी जा सकते हैं. विकास के माध्यम से व्यक्तियों द्वारा देखे जा रहे मुद्दों के विषय पर, टिकैत ने कहा कि भारत सरकार ने व्यक्तियों को रास्ता रोकने का काम किया है उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने इसे केंद्र में घेर लिया है. उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वज दिल्ली गए थे।
हम किस वजह से कहेंगे कि हमें दिल्ली जाने से रोका जा रहा है?

 हम किसान का प्रचार कर रहे हैं

चुनाव  के दौरान किसी खास पार्टी की पैरवी करने के विषय पर उन्होंने कहा कि हम किसानों का प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गन्ना बकाया 12000 करोड़ रुपये का कर्ज स्वीकार करना गलत है? क्या सबसे महंगी बिजली का मुद्दा उठाना गलत है? टिकैत ने कहा कि 5 तारीख  को बड़ी पंचायत मुजफ्फरनगर में होगी.

पिछले महीने दी गई थी आंदोलन की धमकी

भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने पिछले महीने लखनऊ में किसानों की सेंक से समझौता कर लिया था। इसके बाद टिकैत का मुकाबला यूपी बीजेपी ने किया. यूपी बीजेपी ने एक एनिमेशन ट्वीट किया था जिसमें किसी का नाम नहीं लिखा था। बावजूद इसके इसमें इस्तेमाल की गई भाषा ने योगी सरकार पर सवाल खड़े किए। बीजेपी ने एनिमेशन ट्वीट कर सबटाइटल दिया है- अरे भाई, जरा संभल जाओ, लखनऊ जाओ। सुना है तुम लखनऊ जा रहे हो,
भाई जो तुम्हारे साथ नहीं खेले। योगी बैठे हैं, बक्कल तार दिया करे और पोस्टर भी लगवा दिया करे।