SBM 2.0: सभी शहरों को ‘कचरा मुक्त’ और 24 घंटे पानी का कनेक्शन देने का लक्ष्य
केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्री (MOHUA) हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार 27 अक्टूबर को स्वच्छ भारत मिशन- अर्बन 2.0 और अमृत 2.0 के परिचालन दिशानिर्देश जारी किए। यह 1 अक्टूबर, 2021 को प्रधानमंत्री द्वारा एसबीएम-अर्बन 2.0 और अमृत 2.0 के औपचारिक शुभारंभ, लखनऊ (एमओएचयूए के आजादी का अमृत महोत्सव समारोहों के दौरान) में 5 अक्टूबर को हितधारक परामर्श, और 12 अक्टूबर, 2021 को मिशन को मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद किया गया है।
इस अवसर पर अपने संबोधन में, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि दोनों मिशनों का दूसरा चरण देश को वास्तव में एक स्वच्छ देश के रूप में तब्दील करने के लिए तैयार है। देश 2019 में तीसरे पक्ष के सत्यापन के आधार पर ओडीएफ बन गया था और अब यह ओडीएफ प्लस और ओडीएफ प्लस प्लस बनेगा। श्री पुरी ने कहा कि ओडीएफ से कचरा मुक्त बनने से इकोसिस्टम में व्यापक बदलाव आएगा।
आगे केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अमृत मिशन में पहले 500 शहरों को शामिल किया गया था और इसमें अब सभी शहरों को शामिल कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि योजना सिर्फ पानी के नल के कनेक्शन उपलब्ध कराने के लिए नहीं होगी, बल्कि इसमें पानी के वास्तविक मूल्य की प्राप्ति भी शामिल होगी। दिशानिर्देशों के लॉन्च का स्वच्छ पर्यावरण के लिए देश के नागरिकों को दिवाली के उपहार के रूप में वर्णन करते हुए, उन्होंने कहा कि मिशन के शुभारम्भ के चार हफ्तों के भीतर इन्हें जारी किया जा रहा है।
क्या है एसबीएम-यू 2.0 मिशन?
इसके तहत भारत सरकार, राज्यों/यूटी और यूएलबी के साथ भागीदारी में सतत् विकास लक्ष्यों (एसडीजी) 2030 को हासिल करने में योगदान के क्रम में, सभी शहरों को ‘कचरा मुक्त’ और ‘जल सुरक्षित’ बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिससे आखिरकार जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा और शहरी आबादी की जीवनशैली आसान होगी। इस प्रकार शहरी बदलाव संभव होगा।
क्या है अमृत 2.0 मिशन?
अमृत 2.0 के तहत 2.68 करोड़ नल जल कनेक्शन और सेप्टेज प्रबंधन के साथ 2.64 करोड़ सीवर कनेक्शन/ कवरेज का प्रस्ताव है। इसके तहत 500 अमृत शहरों जहां की आबादी एक लाख से ज्यादा है वहां 24X7 जलापूर्ति को प्रोत्साहित किया गया है।