
देश की राजधानी सोमवार शाम उस समय दहल उठी जब ऐतिहासिक लाल किले के पास एक कार में जोरदार धमाका हो गया। धमाका इतना तेज था कि आसपास की दुकानों और इमारतों की खिड़कियां टूट गईं और इलाके में भगदड़ मच गई। घटना के बाद दिल्ली पुलिस और बम निरोधक दस्ते (Bomb Disposal Squad) ने मौके पर पहुंचकर क्षेत्र को घेर लिया और जांच शुरू कर दी है।
प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, धमाका शाम करीब 6:55 बजे लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास खड़ी एक कार में हुआ। आग लगने से तीन से चार अन्य वाहन भी जल गए। दमकल की चार गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाया गया। अब तक 8 लोगों मौत की पुष्टि हुई है जबकि चार लोग घायल बताए जा रहे हैं।
घटना के बाद पूरे इलाके को खाली करा लिया गया है और आसपास की सड़कों पर यातायात को रोक दिया गया है। पुलिस ने इलाके में हाई अलर्ट जारी करते हुए संदिग्धों की तलाश तेज कर दी है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि धमाके की वजह का अभी तक पता नहीं चल पाया है। सभी संभावनाओं दुर्घटना, गैस लीक, या आतंकी एंगल की जांच की जा रही है। फोरेंसिक टीम ने मौके से सबूत जुटाने शुरू कर दिए हैं और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, धमाके के तुरंत बाद आग की तेज लपटें और धुआं उठा जिससे अफरा-तफरी मच गई। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत पुलिस और दमकल को सूचना दी।
गृह मंत्रालय ने इस घटना पर दिल्ली पुलिस से रिपोर्ट मांगी है और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को भी स्थिति पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं। राजधानी में सभी संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अधिकारियों ने लोगों से अफवाहों से बचने और शांति बनाए रखने की अपील की है।
सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि यह घटना किसी साजिश का हिस्सा है या महज एक दुर्घटनात्मक विस्फोट, इसका खुलासा जांच रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगा। यह धमाका राजधानी के सुरक्षा ढांचे पर बड़ा सवाल खड़ा करता है, खासकर तब जब लाल किला भारत की विरासत और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक स्थल है।











