जोशीमठ पहुंचकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की भूधसाव से प्रभावित लोगों से मुलाकात

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जोशीमठ- उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ का दौरा किया। जोशीमठ पहुंचते ही उन्होंने सचिव मुख्यमंत्री आर. मीनाक्षी सुंदरम से राहत एवं भूधसाव से उत्पन्न स्थिति की अद्यतन जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री हेलीपेड से सीधे भूधसाव से प्रभावित क्षेत्रों के निरीक्षण के लिये निकले और वहां प्रभावित लोगों से मुलाकात कर उन्हें हर संभव सहयोग का आवश्वासन दिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावितों को विश्वास दिलाया कि इस संकट के समय केंद्र और राज्य सरकार संजीदगी के साथ उनके साथ खड़ी है। इस स्थिति का सामना करने के लिये उनकी अपेक्षाओं का पूरा सम्मान किया जायेगा। भूधसाव से प्रभावित लोगों से भेंट के दौरान मुख्यमंत्री ने उन्हें कंबल भी वितरित किये।

जोशीमठ में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जोशीमठ में चिन्हित भूधसाव से प्रभावित क्षेत्रों के अभी सिर्फ दो होटल्स तोड़े जाएंगे वह भी सभी की सहमति से। इसके साथ ही राहत एवं पुनर्वास के लिए यहां पर कमेटी बना दी है, सारे नाम उसमें सम्मिलित कर दिए हैं। सभी प्रमुख वर्गों के लोगों को उसमें सम्मिलित करके आगे की कार्रवाई की जाएगी। राहत एवं पुनर्वास ठीक तरीके से हो यह हमारी प्राथमिकता है। अंतरिम राहत की हमने घोषणा की है। जल्दी से जल्दी हम चाहेंगे कि सभी तक अंतरिम राहत पहुंचे जिससे लोगों को पूरी रूप से राहत मिले।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उनके आज सुबह से ही अन्य जगह भी कार्यक्रम लगे थे लेकिन उन्हें लगा कि इस संकट की घड़ी में उन्हें जोशीमठ में अपने भूधसाव से प्रभावित भाई बहनों के साथ रहना चाहिए और वे यहां आ गये हैं। इस संकट की घड़ी में वे उनके साथ खड़े हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस संकट के समय हमारे साथ खड़े हैं और मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जोशीमठ के साथ-साथ उत्तराखंड के अन्य शहरों की धारण क्षमता का भी हम आंकलन करवाएंगे। अगर उनमें क्षमता से ज्यादा निर्माण हो चुका हो तो उसको धीमा कराने का कार्य किया जायेगा। मारवाड़ी स्थित जेपी कॉलोनी के समीप जहां पानी का रिसाव हो रहा है उसका स्थलीय निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि आज पानी आधे से भी कम हो गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विपदा की इस घड़ी में हम प्रभावितों के साथ खड़े हैं इसमें कहीं किसी को भी किसी प्रकार का संदेह नहीं होना चाहिए कि सरकार उनके साथ नहीं खड़ी है। पूरी सरकार उनके साथ खड़ी है। माननीय प्रधानमंत्री का भी संपूर्ण आश्वासन है हमारी जो भी अपेक्षाएं हैं उन अपेक्षाओं के अनुरूप उनके पुनर्वास और सेटलमेंट के लिए काम कर रहे हैं, प्रधानमंत्री जी भी स्वयं और उनका कार्यालय लगातार इस बात की चिंता कर रहा है और लगातार अपडेट ले रहा है।

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