संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आज का दिन स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हो गया है। उन्होंने कहा कि दूरसंचार, डिजिटल इंडिया का द्वार है और बदलाव के दौर में आज मजबूत दूरसंचार क्षेत्र की जरूरत है। मंत्री वैष्णव ने इंडिया मोबाइल कांग्रेस, 2022 के छठे संस्करण के उद्घाटन सत्र में सभा को संबोधित किया। जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत में 5G सर्विस को लॉन्च करते हुए किया है।
मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी ने दूरसंचार क्षेत्र को रणनीतिक क्षेत्र का दर्जा दिया है और उन्होंने इस क्षेत्र के सभी आयामों पर मार्गदर्शन दिया है और अब दूरसंचार तकनीक के विकास पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस क्षेत्र को नियामक निश्चितता दी है और उस क्षेत्र को एक पारदर्शी व्यवस्था दी है, जो अब तक मुकदमों में उलझा रहता था। आज इन सुधारों के चलते, दूरसंचार एक उभरता हुआ उद्योग बन गया है।
वैष्णव ने कहा कि 5जी के लॉन्च के साथ ही अब शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, लॉजिस्टिक्स, डिजिटल अर्थव्यवस्था में जमकर विकास होगा और संचार का चेहरा बदल जाएगा। कोशिश यह है कि इनोवेटिव मॉडल के साथ ऑप्टिकल फाइबर के जरिए आखिर तक कनेक्टिविटी उपलब्ध कराई जाए।
मंत्री वैष्णव ने बीएसएनएल को बाज़ार स्थिरीकरण बल का दर्जा दिए जाने और 1,64,000 करोड़ का पैकेज उपलब्ध पीएम मोदी ने 4जी और 5जी के लिए स्वदेशी तकनीक को विकसित करने की चुनौती दी थी और अब भारत इस क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है, साथ ही अब दुनिया भारत की दूरसंचार उद्योग की तरफ देख रही है।
संचार राज्यमंत्री देवूसिंह चौहान ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के आहवान के बाद भारत आत्मनिर्भर भारत की तरफ बढ़ रहा है। इसके तहत भारत ने 4जी और 5जी का विकास किया है और भविष्य में 6जी का विकास किया जाएगा। प्रधानमंत्री जी के निर्देश में दूरसंचार में बड़े सुधार हुए हैं। नतीजतन, इस तकनीक का स्पेक्ट्रम इसी दिन टेलीकॉम ऑपरेटरों को आवंटित हो गया है। आधुनिक दूरसंचार क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के मोड़ पर हमें यकीन है कि इससे नई ऊर्जा, नई आशा और एक नई जिंदगी का निर्माण होगा।
इस मौके पर रिलायंस इंडस्ट्री के चेयरमैन मुकेश अंबानी, भारती एंटरप्राइज के चेयरमैन सुनील मित्तल,आदित्य बिरला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला,दूरसंचार विभाग के सचिव के राजारमन और अन्य उद्योग से जुड़े लोग मौजूद थे।