टिकरी बॉर्डर पर रेप के फरार आरोपियों के समर्थन में महापंचायत , अदालत भी अग्रिम जमानत से कर चुकी है इंकार

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टिकरी बॉर्डर पर रेप के फरार आरोपियों के समर्थन में महापंचायत , अदालत भी अग्रिम जमानत से कर चुकी है इंकार

टिकरी बॉर्डर पर अब बंगाल की बेटी से हुए बलात्कार के मामले में अब किसान नेताओं ने पुलिस, प्रशासन और अदालत से बड़ी टक्कर लेने की ठान ली है। दुष्कर्म मामले में फरार आरोपियों के बचाव के लिए एक महापंचायत का बुलावा दिया गया है, जिसके जरिए किसान नेता प्रशासन और सरकार को बंगाल की बेटी से हुए बलात्कार के मामले में घेरेने की तैयारी में हैं।  किसान नेता विकास दूहन ने बताया कि आरोपी अनूप चानौत, अंकुर सांगवान और जगदीश बराड़ के समर्थन में ये महापंचायत हो रही है।

किसान नेताओं का कहना है कि ये तीनों निर्दोष हैं और उन्हें बेवजह फंसाया जा रहा है। टीकरी बॉर्डर पर हो रही इस महापंचायत में उनकी बेगुनाही की बातें की जाएंगी और फिर डीएसपी बहादुरगढ़ को एक ज्ञापन सौंपा जाएगा।

आरोपियों की अग्रिम जमानत से अदालत भी कर चुकी है इनकार

गौरतलब है कि टिकरी बॉर्डर पर बंगाल की बेटी से रेप और फिर उसकी मृत्यु के मामले में आरोपी अदालत से अग्रिम जमानत की अर्जियां लगा चुके हैं, जिन्हें कोर्ट ने सीधे तौर पर कहा था कि इस तरह के संगीन मामले में पुलिस के साथ सहयोग करना जरुरी है, लिहाजा किसी प्रकार की कोई जमानत नहीं दी जा सकती।

पुलिस भी घोषित कर चुकी है भगौड़े आरोपियों पर ईनाम

हरियाणा पुलिस भी जगदीश बराड़ को छोड़कर सभी आरोपियों की गिरफ्तारी करवाने को लेकर ईनाम की घोषणा कर चुकी है। पूरे मामले की जांच एसआईटी कर रही है। आरोप ये लगते रहे हैं कि भी है कि हरियाणा पुलिस की एसआईटी बेहद ढीली जांच करर रही है।

टिकैत के बंगाल दौरे के बाद आई थी बंगाल की युवती, ट्रेन में ही शुरु हो गया था दुर्व्यवहार

आपको बता दें कि बंगाल चुनावों के दौरान जब राकेश टिकैत समेत तमाम किसान आंदोलन के नेता बंगाल के चक्कर लगा रहे थे उसी दौरान यह युवती भी किसानों के हित के लिए बंगाल से चलकर टिकरी बॉर्डर तक आई थी। बाद में इस युवती की मृत्यु हो गई और मृत्यु के कई दिनों बाद लड़की के पिता ने खुलासा किया कि बेटी के साथ किसान आंदोलन में छेड़छाड़ ही नहीं रेप भी हुआ था।  तभी से ये तीनों आरोपी फरार हैं।