भारत-जर्मनी साझेदारी दुनिया में सफलता का उदाहरण, इन नौ समझौतों पर हुए हस्ताक्षर

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज़ के साथ भारत-जर्मनी अंतर-सरकारी परामर्श (आईजीसी) के पूर्ण सत्र की सह-अध्यक्षता की।
शुरुआती टिप्पणी में दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों के प्रमुख पहलुओं के साथ-साथ क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर साझा दृष्टिकोण को रेखांकित किया। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारत-जर्मनी साझेदारी एक जटिल दुनिया में सफलता का उदाहरण बन सकती है। उन्होंने भारत के ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान में जर्मन भागीदारी को भी आमंत्रित किया।
दोनों देशों के मंत्रियों और अधिकारियों ने आईजीसी के विभिन्न पहलुओं संबंधी अपनी बैठकों पर संक्षिप्त रिपोर्ट प्रस्तुत की:
  • विदेश मामले और सुरक्षा
  • आर्थिक, वित्तीय नीति और वैज्ञानिक एवं सामाजिक विनिमय
  • जलवायु, पर्यावरण, सतत विकास और ऊर्जा
वही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह, और सचिव डीपीआईआईटी अनुराग जैन ने भारत की ओर से प्रजेंटेशन दिया।
पूर्ण सत्र का समापन प्रधानमंत्री मोदी और चांसलर शुल्ज द्वारा हरित और सतत विकास साझेदारी की स्थापना के संयुक्त घोषणा पत्र (जेडीआई) पर हस्ताक्षर के साथ हुआ। यह साझेदारी सतत विकास लक्ष्यों और जलवायु कार्रवाई पर भारत-जर्मनी सहयोग के लिए एक संपूर्ण सरकारी दृष्टिकोण की परिकल्पना करती है। इसके तहत जर्मनी 2030 तक 10 अरब यूरो की नई और अतिरिक्त विकास सहायता की अग्रिम प्रतिबद्धता के लिए सहमत हो गया है। साझेदारी को उच्च स्तरीय समन्वय और राजनीतिक दिशा प्रदान करने के लिए यह जेडीआई आईजीसी के दायरे में एक मंत्रिस्तरीय तंत्र भी बनाएगा।
पीएम मोदी ने जर्मनी के के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज के साथ द्विपक्षीय बैठक की। यह बैठक भारत और जर्मनी के बीच द्विवार्षिक अंतर सरकारी परामर्श (आईजीसी) के छठे दौर से पहले आयोजित की गई। पीएम मोदी को औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और चांसलर स्कोल्ज ने संघीय चांसलर के कार्यालय में पीएम मोदी की अगवानी की। इसके बाद दोनों राजनेताओं की बैठक आमने-सामने हुई जिसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई।
इन चर्चाओं में समग्र रणनीतिक साझेदारी के साथ-साथ क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रम के मद्देनजर द्विपक्षीय सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों को शामिल किया गया।

छठे भारत-जर्मनी अंतर-सरकारी परामर्श के अवसर पर हस्ताक्षरित समझौतों की सूची

1 . हरित और सतत विकास साझेदारी पर जेडीआई
2. तीसरे देशों में त्रिकोणीय विकास सहयोग परियोजनाओंको लेकर घोषणा

3. विदेश मंत्रालय और जर्मन विदेश कार्यालय के बीच वर्गीकृत सूचनाओं के आदान-प्रदान और पारस्परिक संरक्षण पर समझौते की स्थापना तथा एक सीधा कूटभाषा आधारित संपर्क स्थापित करने के लिए समझौते की स्थापना पर जेडीआई

4. नवीकरणीय ऊर्जा भागीदारी के सम्बन्ध में भारत-जर्मन विकास सहयोग

5. व्यापक प्रवास और आवागमन साझेदारी पर समझौते की शुरुआत पर संयुक्त घोषणा

6. भारत के कॉर्पोरेट अधिकारियों और कनिष्ठ अधिकारियों के उच्च श्रेणी प्रशिक्षण के क्षेत्र में सहयोग जारी रखने पर जेडीआई

वर्चुअल रूप में हस्ताक्षर

7. भारत-जर्मन ग्रीन हाइड्रोजन कार्यबल को लेकर समझौता

8. कृषि पारिस्थितिकी को लेकर समझौता

9. वनों की बहाली को लेकर समझौता