
लिवर हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो पाचन से लेकर विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने तक कई अहम कार्य करता है। लेकिन अगर लिवर में इन्फेक्शन हो जाए, तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है। बैक्टीरियल और परजीवी संक्रमण के कारण होने वाला लिवर इन्फेक्शन समय पर इलाज न मिलने पर लिवर को पूरी तरह से नुकसान पहुंचा सकता है।
स्वस्थ लिवर के लिए जरूरी है कि उसके द्वारा भेजे जा रहे संकेतों को नजरअंदाज न किया जाए। विशेषज्ञों के मुताबिक, लिवर इन्फेक्शन होने पर शरीर कई तरह के संकेत देता है, जिन पर तुरंत ध्यान देना आवश्यक है।
लिवर इन्फेक्शन के प्रमुख लक्षण
स्किन और आंखों का पीला होना – शरीर में बिलीरुबिन का स्तर बढ़ने से त्वचा और आंखों का रंग पीला दिखने लगता है।
गहरा रंग का यूरिन – लिवर में समस्या होने पर यूरिन का रंग गहरा हो जाता है, जो खतरे की घंटी हो सकती है।
हल्के रंग का मल – पित्त सही तरीके से फिल्टर न होने के कारण मल का रंग हल्का या बहुत गहरा हो सकता है।
पेट में सूजन और दर्द – लिवर में खराबी के कारण पेट में तरल पदार्थ जमा हो सकता है, जिससे सूजन और बेचैनी महसूस होती है।
भ्रम और थकान – लिवर की खराबी से रक्त शुद्ध नहीं हो पाता, जिससे मानसिक भ्रम और थकान महसूस हो सकती है।
भूख कम लगना और वजन घटना – लिवर में संक्रमण होने पर भूख कम हो सकती है, जिससे शरीर कमजोर हो सकता है।
बार-बार बुखार आना – शरीर में किसी भी तरह के संक्रमण का पहला संकेत बुखार हो सकता है, जो लिवर इन्फेक्शन का भी लक्षण हो सकता है।
समय पर इलाज है जरूरी
लिवर इन्फेक्शन के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सही खान-पान, हेल्दी लाइफस्टाइल और समय पर जांच करवाने से इस समस्या से बचा जा सकता है। ध्यान दें कि लिवर का सही तरीके से काम करना पूरे शरीर की सेहत के लिए बेहद जरूरी है।