4 दिन में 11% लुढ़का कच्चा तेल, अगले साल 110 डॉलर के पार जा सकता है भाव, जानिए ऐसा क्या हुआ

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अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें इस साल के निचले स्तर के करीब फिसल चुकी है. रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से एनर्जी मार्केट में दशकों बाद सप्लाई की इतनी बड़ी समस्या देखने को मिल रही है. पिछले 4 दिनों में WTI और ब्रेंट क्रूड के भाव में करीब 11% की गिरावट आ चुकी है. निवेशकों की नजर इस बात पर भी है कि रूसी कच्चे तेल पर G-7 देशों और यूरोपीय यूनियन की ओर से लगाए गए प्रतिबंध का क्या असर देखने को मिल रहा है. हालांकि, अभी तक रूसी क्रूड पर प्राइस कैप का बड़ा असर नहीं दिखा है.

चीन दुनिया का सबसे बड़ा तेल आयातक देश है. चीन ने इस साल नवंबर में पिछले साल की तुलना में 12% ज्यादा क्रूड का आयात किया है. चीन के क्रूड आयात में ये पिछले 10 महीने का सबसे बड़ा आकंड़ा है. निवेशकों को बढ़ती महंगाई के बीच मंदी की चिंता भी सता रही है. अमेरिका और यूरोप में मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों में कमी ने इस डर को और बढ़ा दिया है. इस हफ्ते अमेरिकी क्रूड इन्वेंट्री में करीब 52 लाख बैरल की कमी आई है. अमेरिका में गैसोलिन कीमतें बीते 1 साल के निचले स्तर पर हैं.

इस साल कैसा रहा कच्चे तेल का भाव

भारत में आयात होने वाले ब्रेंट क्रूड की बात करें तो पिछले एक हफ्ते में इसमें करीब 10% की गिरावट आ चुकी है. बीते एक महीने में ये गिरावट करीब 15% की रही है. हालांकि, पिछले एक साल के लिहाज से देखें तो ब्रेंट क्रूड के भाव में अब तक 5% की तेजी रही. इस साल ब्रेंट ने 139 डॉलर प्रति बैरल के ऊपरी स्तर को छुआ है, वहीं 77.04 डॉलर प्रति बैरल के निचले स्तर पर भी फिसला है. WTI क्रूड ने इस साल 133.40 डॉलर प्रति बैरल का ऊपरी स्तर और 72.50 डॉलर प्रति बैरल का निचला स्तर छुआ है. रूसी क्रूड की बात करें तो ये 2022 में अब तक 111 डॉलर प्रति बैरल का ऊपरी स्तर और 53 डॉलर के प्रति निचले स्तर को छुआ है.

सप्लाई-डिमांड संतुलित नहीं रहने की आशंका

EIA के अनुमान के मुताबिक इस साल औसतन रोजाना करीब 99.82 मिलियन बैरल कच्चे तेल डिमांड थी. जबकि, औसतन रोजाना 99.90 मिलियन डॉलर बैरल कच्चे तेल की सप्लाई रही हैं. अगले साल ये डिमांड 100.82 मिलियन बैरल रहने वाली है, लेकिन सप्लाी 100.79 मिलियन बैरल पर ही रहने का अनुमान है. EIA ने अपने अनुमान में कहा है कि 2023 में क्रूड का भाव 92.36 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकता है.

110 डॉलर तक जा सकता है कच्चे तेल का भाव

हालांकि, दूसरे ब्रोकरेज फर्म्स की मानें तो 2023 में कच्चे तेल का भाव 110 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकता है. क्रेडिट रेटिंग एजेंसी फिच ने 2023 में 95 डॉलर प्रति बैरल तक कच्चे तेल के भाव का अनुमान जताया है. वहीं Wood Mcknsey 95 डॉलर प्रति बैरल, Inverus Intelligence 100 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकता है. जबकि, BoFA और Goldman Sachs का अनुमान है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2023 के दौरान कच्चे तेल का भाव 110 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकता है.