करोड़ों की संपत्ति, भरा-पूरा परिवार…अपनों का कांधा भी नहीं मिला

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कोरोना संक्रमण का यह दौर कितना त्रासद है, बुधवार को इसकी दिल दहलाने वाली तस्वीर सामने आई। करोड़ों की संपत्ति, फैला हुआ कारोबार और भरा-पूरा परिवार होने के बावजूद उन्हें अपनों के चार कांधे नसीब नहीं हुए। यहां तक कि इंदौर से करीब 20 किमी दूर महू में घर में रह रहा बेटा भी उन्हें मुखाग्नि देने मुक्तिधाम तक नहीं आ सका।

इस दारुण व्यथा से गुजरना पड़ा महू के कनौजिया परिवार को। परिवार के प्रतिष्ठित होटल व्यवसायी 52 वर्षीय शशि कनौजिया की कोरोना संक्रमण के कारण मौत हो गई। वे चोइथराम अस्पताल में भर्ती थे। संक्रमण इतना फैल चुका था कि उनका शव न तो स्वजन को सौंपा गया और न ही महू तक ले जाने की अनुमति दी गई।

जिला प्रशासन ने इंदौर के रामबाग मुक्तिधाम में ही अंतिम क्रिया संपन्न की। यहां उनके परिवार से कोई भी शामिल नहीं हो पाय। महू निवासियों और फौजी अफसरों के बीच लोकप्रिय कनौजिया परिवार की चौथी पीढ़ी हैं। अंग्रेजी हुकूमत के दौरान छावनी में लांड्री का बड़ा कारोबार था। बुधवार को जब उनकी मौत हुई तो मुक्तिधाम पर सिर्फ सरकारी कर्मचारी थे।

पत्नी, भाई, मां अलग-अलग अस्पताल में भर्ती

कनौजिया परिवार के बहुत से सदस्य पॉजिटिव पाए गए थे। शशि कनौजिया की पत्नी एमटीएच अस्पताल में भर्ती है। छोटा भाई अरबिंदो अस्पताल में है, जबकि मझले भाई मंगलवार को ही चोइथराम अस्पताल से ठीक होकर लौटे हैं। उन्हें क्वारंटाइन में रखा गया है। मां भी पॉजिटिव हैं और महू के अस्पताल में भर्ती हैं।