ब्रिक्स संसदीय सम्मेलन में BRICS देशों ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की!

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ब्रिक्स संसदीय सम्मेलन में BRICS देशों—ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका—ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। सभी प्रतिनिधियों ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति का समर्थन करते हुए एकजुटता दिखाई।

भारत ने सम्मेलन के दौरान स्पष्ट किया कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है, और उसके खिलाफ भारत की लड़ाई में किसी भी प्रकार की सहानुभूति नहीं होनी चाहिए। सभी ब्रिक्स देशों ने इस संदेश को मजबूती से दोहराया कि आतंकवाद के किसी भी रूप को जायज नहीं ठहराया जा सकता।

ब्रिक्स नेताओं ने कहा कि आतंकवाद को किसी भी धर्म, राष्ट्रीयता या क्षेत्रीय पृष्ठभूमि के आधार पर सही नहीं ठहराया जा सकता। उन्होंने भारत के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि आतंकवाद के विरुद्ध भारत के कदम सभी लोकतांत्रिक देशों के लिए प्रेरणा हैं।

इस सम्मेलन में आतंकवाद से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग को और सशक्त करने पर भी सहमति बनी। सभी देशों ने इस दिशा में मिलकर काम करने का संकल्प लिया।