एजेंसी:-जम्मू-कश्मीर के सुजवां में सीआईएसएफ की बस पर हुए आतंकी हमले के बाद में मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकवादी भी मारे गए थे। इन आतंकियों को लेकर जम्मू-कश्मीर की पुलिस का ये कहना था कि ये आतंकी पाकिस्तान से आए थे, लेकिन अब इनकी पहचान भी सबके सामने आ रही है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अब के संदेह में ये जताया है कि ये दोनों आतंकी अफगानिस्तान से ही आए हुए हो सकते हैं। इसकी वजह यह भी है कि इन दोनों आतंकियों को शरम देने के आरोप में जिन दो लोगों को अरेस्ट किया गया है, उनका ये कहना है कि ये पश्तो भाषा में बात को कर रहे थे। इससे संदेह यह जताया जा रहा है कि ये आतंकी या तो पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के रहने वाले थे या फिर अफगानिस्तान से आए थे।
इसी बीच में ही जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दो और लोगों को भी गिरफ्तार किया है। इन लोगों पर ये आरोप है कि ये आतंकियों को सीमा से सुजवां तक लेकर आए थे। अधिकारियों ने ये रविवार को बताया है कि चालक बिलाल अहमद वागे और उसके सहायक इश्फाक चोपान को भी दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले से ही पकड़ा गया था। इससे पहले की पुलिस ने मुठभेड़ के संबंध में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था तथा एक अन्य को हिरासत में भी लिया था। वागे और चोपान पर पश्तो भाषा बोलने वाले जेईएम के दो आतंकवादियों को मुठभेड़ से एक दिन पहले ही सांबा जिले के सुपवाल से जम्मू में सुजवां तक लाने का आरोप लगाया जा रहा है। ये आतंकवादी सीमा पार करके ही पाकिस्तान या अफगानिस्तान से आए थे।