गिनीज बुक में दर्ज हुआ एयर होस्टेस वेसना बुलोविक का नाम, 33हज़ार फिट की ऊँचाई से गिर कर बची ज़िंदा

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एजेंसी:-बिना पैराशूट के ही 33 हजार फीट की ऊंचाई से गिरने के बाद भी जिंदा बच गयीं एयर हॉस्टेस, गिनीज बुक में भी उनका नाम दर्ज हो गया है टेक ऑफ के 45 मिनट के बाद ही जब उन्होंने प्लेन 33 हजार की फीट की ऊंचाई पर था तो उन्होंने प्लेन के कारगो वाले हिस्से में ही जोरदार का धमाका हो गया था जिससे उनका प्लेन भी तीन हिस्सों में पूरी तरह टूट गया। एयर हॉस्टेस वेस्ना ने बिना पैराशूट के ही वो नीचे गिर गयीं।

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में उनका नाम भी शामिल हो गया है और वो निश्चित ही किसी के लिए भी गर्व की ही बात होगी ना। लेकिन दुनिया में तो कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनका नाम ना ही चाहते हुए वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हो रखा है। ऐसा ही एक वर्ल्ड रिकार्ड है 33 हजार फीट की ऊंचाई से गिरकर बचने जाने का रिकार्ड और हम आपको बता दें कि ये वर्ल्ड रिकार्ड है एयर हॉस्टेस वेस्ना वुलोविक के नाम पर जिनके साथ में भी ऐसा ही कुछ चमत्कार हुआ और वो प्लेन क्रैश के बाद में लगभग 28 यात्रियों और क्रू सदस्यों में से एकमात्र ही वो एक ऐसी शख्स थीं जो जिंदा बच पाई।

ये घटना है 26 जनवरी 1972 की जो कि 23 साल की वेस्ना वुलोविक को बतौर एयर हॉस्टेस और किसी फ्लाइट में जाना था लेकिन एयरलाइंस दो के एक जैसे होंने के नाम में वो कंन्फ्यूज हो गई लेकिन वेस्ना को स्वीडन से सर्बिया जाने वाली फ्लाइट में ड्यूटी दी गई थी। फ्लाइट ने जैसे ही उड़ान को भरा और वो पहले स्टॉपओवर में डेनमार्क में जाकर रुकी। 2002 में एक इंटरव्यू के दौरान मे ही वेस्ना ये बताती हैं कि ‘मेरे सहयोगियों को लग ही रहा था कि कुछ ना कुछ गलत होने ही वाला है क्योंकि पायलट ने इस उड़ान से पहले करीब 24 घंटे तक खुद को होटल के कमरे में बंद करके रखा था। वो अपने कमरे से बाहर भी नहीं आना चाहते थे।’