अलगाववादी संगठनों पर मोदी सरकार का ‘हल्ला बोल’

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  अलगाववादियों पर सरकार की सर्जिकल स्ट्राइक

पुलवामा आतंकी हमले के बाद से लगातार आतंकियों और अलगाववादियों पर भारत सरकार की सर्जिकल स्ट्राइक जारी है। सरकार के निशाने पर अब कट्टरपंथी संगठन जमात-ए-इस्लामी है जिस पर पांच साल का प्रतिबंध लगाने के बाद अब तक करीब 4500 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली गई है।

अलगाववादी कार्यकर्ताओं के खिलाफ की गई कार्रवाई के दौरान की गई छापेमारी में तकरीबन 52 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं। केंद्र सरकार इनके खिलाफ अनलॉफुल एक्टिविटी प्रिवेंशन एक्ट के तहत कार्रवाई कर रही है। अलगाववादी संगठनों के कार्यकर्ताओं और नेताओं की गिरफ्तारी के अलावा अब तक अकेले जमात-ए-इस्लामी के 70 बैंक खाते सील किए जा चुके हैं। इसके साथ ही घाटी में उनके ठिकानों पर तालाबंदी की कार्रवाई भी लगातार जारी है। अब तक करीब 100 ठिकानों की पहचान की जा चुकी है और इन्हें सील करने की प्रक्रिया जारी है।

आपको बता दें कि घाटी में 22 फरवरी को कट्टरपंथी अलगाववादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई थी और अब तक जम्मू-कश्मीर में सैकड़ों से ज्यादा अलगाववादी नेताओं को गिरफ्तार किया जा चुका है। अब भी अलगाववादी कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी का सिलसिला जारी है।