उत्तराखंड: गर्मी से हिमखंडों का पिघलना शुरू हो गया है। इस समय पहाड़ों में भी अचानक मौसम करवट बदल रहा है। अब पहाड़ों में भी गर्मी का एहसास हो रहा है। उच्च हिमालय क्षेत्र में भी बढ़ते तापमान के असर से ग्लेशियर टूटने की तस्वीर सामने आ रही है। गर्मी की वजह से हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर हिमखंड पिघल के बह रहे हैं और पिघलती बर्फ नदी में बहती हुई दिखी।
उत्तराखंड में लगातार चढ़ रहा पारा परेशानी का सबब बनता जा रहा है। मैदानी इलाकों के साथ ही अब पहाड़ी इलाकों में भी भीषण गर्मी का प्रकोप दिखाई दे रहा है। गर्मी से हिमखंडों का पिघलना शुरू हो गया है। ऐसा ही कुछ चमोली जिले में देखने को मिला। जहां हिमखंड पिघलने की एक घटना सामने आई जो कि कैमरे में कैद हो गई और अब यह वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रही है।
इस वीडियो में हेमकुंड यात्रा मार्ग पर काकभुशंडी के पहाड़ों में हिमखंड पिघलकर नाले में बहने की तस्वीरें कैद हुई है। हेमकुंड यात्रा मार्ग पर यात्रा तैयारियों में लगे गुरूद्वारा श्री हेमकुंड साहेब मैनेजमेंट ट्रस्ट के मुख्य प्रबंधक सेवा सिंह ने इसका वीडियो भी बनाया है।
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बता दे की इस साल 22 मई को हेमकुंड साबिब के कपाल खोले जाएंगे। हर साल हजारों की संख्या में भक्त हेमकुंड साहिब के दर्शन करने आते हैं। सिखों के पवित्र तीर्थ और दुनिया की सबसे ऊंचाई पर स्थित गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा तैयारी इन दिनों जोरों पर चल रही है। जहां भारतीय सेना के जवान हेमकुंड साहिब मार्ग से बर्फ हटाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।
वहीं मौसम विभाग के मुताबिक आज बुधवार से प्रदेश में मौसम करवट बदल सकता है। उत्तराखंड में मंगलवार यानी 19 अप्रैल का दिन अब तक इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। जबकि बीते 13 वर्षों में यह अप्रैल सबसे गर्म बीत रहा है। ज्यादातर मैदानी इलाकों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है। रुड़की, हरिद्वार, कोटद्वार, रुद्रपुर और काशीपुर में तापमान 13 साल बाद 40 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंचा है।