श्रीलंका की अर्थव्यवस्था इन दिनों संकट में है। उसका विदेशी मुद्रा भंडार तेज़ी से घटता जा रहा है और देश के लिये आवश्यक उपभोग की वस्तुओं का आयात करना कठिन होता जा रहा है। श्रीलंका के वर्तमान संकट को देखते हुए भारत मदद के लिए आगे आया है।श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त गोपाल बागले ने कहा भारत श्रीलंका मानवीय सहायता के साथ आगे आया है। यह भारत का निकटतम समुद्री पड़ोसी देश है। संगम हैं।
श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त गोपाल बागले ने शुक्रवार को कोलंबो में कहा कि भारत श्रीलंका मानवीय सहायता के साथ आगे आया है। यह भारत का निकटतम समुद्री पड़ोसी देश है। उन्होंने कहा कि जब भारत कोराना काल के दौरान पीड़ित हुआ, तो श्रीलंका में प्रार्थना हुई, जब श्रीलंका को कोविड के कारण नुकसान हुआ तब भारत ने उन्हें दवाओं और अन्य आवश्यक वस्तुओं की मदद की। हम कोरोना के बाद आर्थिक सुधार के लिए श्रीलंका सरकार के साथ निकट संपर्क और चर्चा में हैं।
इसके अलावा निजी तौर पर मदद पहुंचायी जा रही है।1999में श्रीलंका आए एक भारतीय व्यवसायी संजय बैद आर्थिक संकट के बीच कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत भोजन बांट कर परिवारों की मदद कर रहे हैं।उन्होंने कहा किलगभग20टन राशन है। खाद्य संकट है लेकिन उपलब्धता अभी भी है,इसे आम लोगों तक पहुंचाने के लिए बस थोड़ी सी मदद की जरूरत है। व्यावसायिक संस्थाओं के रूप में हम मदद के लिए आगे आ रहे हैं। भारत के समर्थन का भरोसा है जो श्रीलंका को तेजी से पुनर्जीवित करने में मदद करेगा।