उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के शाहबाद तहसील में ट्रक चालक ने दूसरे धर्म की एक महिला का धर्म परिर्वतन करा के निकाह कर लिया। इतना ही नहीं, आरोपी ने उसके दो नाबालिग बच्चों का जबरन खतना भी करा दिया। लोगों को इस पर दावत दी तो माहौल गरमाना शुरू हो गया। माहौल की नजाकत को भांपते हुए पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रात में घर में घेराव कर के तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि मुख्य आरोपी ट्रक चालक फरार हो गया।
सैफनी चौकी क्षेत्र के गांव बैरुआ निवासी ट्रक चालक महफूज का उत्तराखंड के नैनीताल जिले के कालाढूंगी में एक व्यक्ति के यहां आना जाना था। पिछले महीने 8 मई को उसकी जसपुर में सड़क हादसे में मौत हो गई। महिला ने पुलिस को बताया कि हफ्ते भर पहले महफूज उसे और उसके दो नाबालिग बेटों को सहारा देने के लिए अपने घर ले आया और तीन रोज पहले उसका धर्म परिवर्तन कराकर निकाह कर लिया। उसका नाम गुलिस्ता और बेटों का नाम फरमान तथा अनस रख दिया। आरोप है कि शुक्रवार को महफूज के माता-पिता ने घर में रहने देने की शर्त पर उसके बारह व दस वर्षीय बेटों का खतना करा दिया।
इसके बाद दावत भी दी गई। जब हिन्दू संगठनों को पता चला तब तनाव फैल गया। हिन्दू संगठनों के पदाधिकारियों ने धर्म परिवर्तन पर आक्रोश जताया। इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई और ट्रक चालक महफूज, उसके बाप अंजार, मां मुमताज खतना करने वाले रायपुर गांव के शकील के साथ ही धर्मांतरण कराने वाले इमाम पर मुकदमा दर्ज किया गया है। दूसरी ओर इस मामले में उत्तर प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी संज्ञान ले लिया है। चेयरमैन डाक्टर विशेष गुप्ता ने मामले में रिपोर्ट तलब करते हुए जबरन खतना कराने वालों पर सख्त कार्रवाई के लिए कहा है।
शाहबाद तहसील के बैरुआ गांव के ट्रक चालक ने बाहरी महिला को लाकर उसका धर्मांतरण कर निकाह कर लिया। उसके दो नाबालिग बेटों का खतना भी करा दिया। इस मामले में नामजद किए –दृजच0टगए पांच लोगों में ट्रक चालक के पिता अंजार, मां मुमताज, खतना करने वाले रायपुर गांव के शकील को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।