गोरखपुर में एक मंदिर का पुजारी जलते अंगारों पर चलता है…

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baba mahavatarji ki aarti

गोरखपुर। हिंदू धर्म में कई देवी देवताएं हैं जिनकी पूजा करने की अलग-अलग विधि-विधान है। कोई दो दिन तो कोई 9 दिन व्रत रख कर तो वहीं कुछ लोग बिना खाए पिए व्रत रहकर देवी-देवताओं की उपासना करते हैं। भक्ति में इंसानों को गाते झूमते भजन करते देखा गया है।

लेकिन गोरखपुर में स्थिति कुछ अलग है। गोऱखपुर में एक पूजारी ऐसा भी है जो अंगारों पर चलता है, शायद इसे लोग अंधविश्वास की संज्ञा दे, या फिर कुछ भी कहे। लेकिन यहीं सच है…। ये पुजारी गोरखपुर के बुढ़िया माता के मंदिर में साल में एक बार हवन होने के बाद जो आग बच जाती है उसी अंगारों पर चलता है और वहां के स्थानीय लोग कहते हैं कि अंगारों पर चलने के बाद भी उनके पैर में कुछ नहीं होता क्योंकि उनके उपर मां की कृपा है और वहीं अंगारों पर चलते हुए देखने वालों की भी भीड़ भी लगी रहती है।