
उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में मौसम ने करवट ली है। प्रसिद्ध तीर्थस्थल केदारनाथ धाम में सोमवार को सीजन की पहली बर्फबारी हुई, जिससे पूरे मंदिर परिसर और आसपास की पहाड़ियाँ सफेद बर्फ की चादर से ढँक गईं। यह अद्भुत दृश्य देखकर श्रद्धालु आनंद से झूम उठे और हर-हर महादेव के जयकारों से धाम गुंजायमान हो उठा।
कड़ाके की ठंड के बावजूद हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन के लिए धाम पहुंचे हुए हैं। जैसे ही बर्फ के फाहे गिरने शुरू हुए, श्रद्धालुओं में उत्साह और रोमांच की लहर दौड़ गई। कई भक्तों ने इस सुंदर दृश्य को वीडियो और फोटो में कैद कर यादगार बना लिया।
हेमकुंड साहिब में लगातार दूसरे दिन बर्फबारी
वहीं दूसरी ओर, चमोली जिले के ऊँचाई वाले क्षेत्रों में भी मौसम का मिज़ाज बदला हुआ है। हेमकुंड साहिब, जो सिखों का एक प्रमुख तीर्थस्थल है, वहां लगातार दूसरे दिन भी बर्फबारी दर्ज की गई। यात्रा शुरू होने के बाद यह तीसरी बार है जब हेमकुंड में बर्फ गिरी हो।
हालांकि रविवार की तुलना में सोमवार को बर्फबारी की तीव्रता कम रही, लेकिन दोपहर बाद मौसम में बदलाव आने के साथ ही क्षेत्र में ठंड काफी बढ़ गई। शाम होते-होते मौसम कुछ हद तक साफ भी हो गया।
तीर्थ यात्रियों के लिए सुंदर अनुभव, पर अलर्ट भी ज़रूरी
बर्फबारी ने जहाँ श्रद्धालुओं के चेहरे खिला दिए, वहीं प्रशासन को अब यात्रा मार्गों की सुरक्षा और सुगमता बनाए रखने की चुनौती भी सामने है। मौसम विभाग द्वारा भी मौसम में अचानक बदलाव की संभावना जताई गई है, ऐसे में श्रद्धालुओं को सावधानी बरतने और स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।