जी20 विकास कार्य समूह की पहली बैठक 13-16 दिसंबर 2022 तक मुंबई में आयोजित की जा रही है

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भारत की जी20 अध्यक्षता के अंतर्गत विकास कार्य समूह (डीडब्ल्यूजी) की पहली बैठक 13-16 दिसंबर, 2022 तक मुंबई में आयोजित की जा रही है। जी20 सदस्य, अतिथि देश और आमंत्रित अंतर्राष्ट्रीय संगठन व्यक्तिगत रूप से बैठक में भाग लेंगे।

13 दिसंबर, 2022 को, कार्य समूह की आधिकारिक बैठक से पहले, भारतीय अध्यक्षता “विकास के लिए डेटा:2030 एजेंडा को आगे बढ़ाने में जी20 की भूमिका”और”हरित विकास के लिए ‘लाइफ’ को अपनाना” विषयों पर दो कार्यक्रम आयोजित करेगी. इन कार्यक्रमों के बाद प्रतिनिधियों के लिए ताजमहल पैलेस में वेलकम डिनर का आयोजन किया गया है।

  • विकास कार्य समूह की बैठक 14-15 दिसंबर 2022 को होगी
  • भारत की जी20 अध्यक्षता, 2015 में अंगीकार किये गए सतत विकास के 2030 एजेंडा के एक महत्वपूर्ण मध्य-अवधि में स्थित है।
  • भारत का जी20 आदर्श वाक्य ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ है और थीम “एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य” है।
  • डीडब्ल्यूजी बैठक में एसडीजी प्रगति की समीक्षा और एसडीजी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए जी20 के प्रयासों पर चर्चा की जाएगी।
  • एसडीजी पर प्रगति में तेजी लाने, पर्यावरण के लिए जीवन शैली और विकास के लिए डेटा से संबंधित भारत की प्रमुख प्राथमिकताओं पर ध्यान केन्द्रित किया जायेगा।
  • हरित विकास के संदर्भ में, प्रमुख क्षेत्रों में जलवायु वित्त और प्रौद्योगिकी के साथ-साथ न्यायपूर्ण ऊर्जा बदलाव शामिल होंगे।
  • प्रौद्योगिकी के प्रति हमारे मानव-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ, कृषि से लेकर शिक्षा तक के क्षेत्रों में तकनीक-सक्षम विकास पर भी चर्चा की जाएगी।
  • विकास कार्य समूह बैठक 14-15 दिसंबर, 2022 तक आयोजित की जाएगी, जिसमें एसडीजी पर प्रगति में तेजी लाने, पर्यावरण के लिए जीवन शैली और विकास के लिए डेटा से संबंधित भारत की प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

भारत की जी20 अध्यक्षता; 2015 में अंगीकार किये गए सतत विकास के लिए 2030 एजेंडा की महत्वपूर्ण मध्य-अवधि में स्थित है। डीडब्ल्यूजी बैठक में एसडीजी प्रगति की समीक्षा और एसडीजी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए जी20 के प्रयासों पर चर्चा की जाएगी। हरित विकास के संदर्भ में, प्रमुख क्षेत्रों में जलवायु वित्त और प्रौद्योगिकी के साथ-साथ विकासशील देशों के लिए न्यायपूर्ण सिर्फ ऊर्जा बदलाव शामिल होंगे। यह मानते हुए कि जलवायु परिवर्तन का मुद्दा उद्योग, समाज और अन्य क्षेत्रों को प्रभावित करता है, लाइफ (एलआईएफई, पर्यावरण के लिए जीवन शैली) की अवधारणा, एक व्यवहार-आधारित अभियान है, जो हमारे देश की समृद्ध, प्राचीन और स्थायी परंपराओं से प्रेरित है।

बैठक में उपभोक्ताओं और बाजारों द्वारा पर्यावरण के प्रति जागरूक तौर-तरीकों को अपनाने से जुड़े ‘लाइफ’ अभियान पर विचार-विमर्श किया जाएगा। ‘लाइफ’; भारत के जी20 आदर्श वाक्य ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ और थीम “एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य” के साथ निकटता से जुड़ा हुआ है। प्रौद्योगिकी के प्रति हमारे मानव-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ, कृषि से लेकर शिक्षा तक के क्षेत्रों में तकनीक-सक्षम विकास पर भी चर्चा की जाएगी। सामाजिक-आर्थिक विकास और एसडीजी की उपलब्धि को बढ़ावा देने के लिए महिलाओं को आगे लाने व अग्रणी भूमिका प्रदान करने के प्रयासों समेत महिला सशक्तिकरण और प्रतिनिधित्व को प्रमुखता दी जाएगी।