
शिवभक्तों के लिए बड़ी खुशखबरी है। चारधामों में प्रमुख और भगवान शिव के पवित्र धाम केदारनाथ मंदिर के कपाट इस वर्ष 2 मई 2025 को ब्रह्ममुहूर्त में विधिवत पूजा-अर्चना और वेद मंत्रोच्चारण के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। हर साल की तरह इस बार भी कपाट खुलने की तिथि महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर ज्योतिषीय गणना के आधार पर तय की गई थी।
जैसे-जैसे कपाट खुलने की तिथि नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे यात्रा मार्गों पर रौनक लौटने लगी है। जिला प्रशासन, बदरी-केदार मंदिर समिति (BKTC) और अन्य संबंधित विभाग युद्धस्तर पर तैयारियों में जुटे हैं। मंदिर परिसर और उसके आसपास की साफ-सफाई, बिजली, पानी, आवास और सुरक्षा व्यवस्था को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
तीर्थ पुरोहितों ने भवनों को सजाने का कार्य शुरू कर दिया है, वहीं स्थानीय लोग ढाबों, टेंट और घोड़ा-खच्चर सेवाओं के लिए पूरी ताकत से काम कर रहे हैं, जिससे यात्रियों को कोई असुविधा न हो।
2 मई की सुबह, कपाट खुलने की पावन घड़ी में हजारों श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। ऐसे में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए जा रहे हैं। इस दौरान विशेष पूजा, शिव स्तुति और वैदिक मंत्रों के साथ बाबा केदार के दर्शनों के लिए दरवाजे खुलेंगे।
यात्रियों की सुविधा के लिए इस बार की प्रमुख व्यवस्थाएं
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन: जिससे भीड़ नियंत्रित रहे और दर्शन में सुविधा हो।
हेलीकॉप्टर सेवा: बुजुर्ग व असहाय यात्रियों के लिए विशेष राहत।
बेहतर मेडिकल सुविधाएं: आपातकालीन स्वास्थ्य केंद्र, डॉक्टर और दवाओं की उचित व्यवस्था।
मौसम अपडेट: मौसम विभाग की मदद से नियमित जानकारी यात्रियों को उपलब्ध कराई जाएगी।
केदारनाथ यात्रा शिवभक्तों के लिए केवल एक तीर्थयात्रा नहीं, बल्कि आस्था, श्रद्धा और आत्मिक शांति की अनुभूति है। हर साल देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए इस कठिन यात्रा को पूरी निष्ठा और विश्वास के साथ करते हैं।