आज 10 मार्च को स्कॉर्पीन क्लास की सबमरीन आईएनएस करंज इंडियन नेवी में शामिल हो गई है। इस सबमरीन के नौसेना में शामिल होने से इंडियन नेवी की ताकत और क्षमता बढ़ गई है। दुश्मन के लिए ये INS एक घातक हथियार है। ये सबमरीन पलक झपकते ही दुश्मन के परखच्चे उड़ा देगी और दुश्मन के लए इसकों ढूंढ पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।आईएनएस करंज देश की आन बान और शान बन गई है।
INS सबमरीन समुद्र में 50 दिन तक रह सकती है.
न्यूक्लियर सबमरीन के अलावा भारतीय नौसेना की सभी सबमरीन डीजल-इलेक्ट्रिक हैं इस सबमरीन के आलावा भारताय नौसेना की सभी सबमरीन डीजल- इलेक्ट्रिक हैं और एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन न होने की वजह से इन्हें हर एक-दो दिन में सतह पर आना पड़ता है. इस खामी को INS करंज ने दूर कर कर दिया। INS करंज स्टेल्थ और एयर इंडिपेंडेंट प्रॉपल्शन समेत कई तरह की तकनीकों से बनी है,और आईएनएस करंज सबमरीन समुद्र में 50 दिनों तक रह सकती है.