शहबाज शरीफ आज चुने जाएंगे देश के 23वें प्रधानमंत्री, चोरों के साथ नहीं बैठेंगे- इमरान खान

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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ऐलान किया है कि वह किसी हालत में संसद में नहीं बैठेंगे। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के संसदीय दल की बैठक में इमरान खान ने कहा कि वह चोरों के साथ नहीं बैठेंगे। बताया जा रहा है कि इसी बैठक में सभी पीटीआई सांसदों के सामूहिक इस्तीखफे का फैसला किया गया है। इस बीच आज शाहबाज शरीफ पाकिस्तान का नया प्रधानमंत्री बनना तय माना जा रहा है। अविश्वास प्रस्ताव के जरिए इमरान खान को प्रधानमंत्री की कुर्सी से हटाए जाने के बाद अब संभावना है कि पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ चुने जा सकते हैं।

पाकिस्तान की सत्ता में 'शरीफों' की वापसी, संसद में शहबाज चुने गए  प्रधानमंत्री, आज रात लेंगे पद की शपथनए प्रधानमंत्री का चुनाव नेशनल असेंबली में आज ही होना। इस बीच इमारन खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने कहा है कि वह इसका विरोध करेगी। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि उनके सभी सांसद इस्तीफा देंगे और नए पीएम के चुनाव का बहिष्कार करेंगे। इससे पहले इमरान सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे फवाद चौधरी ने कहा था कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सांसद नेशनल असेंबली से इस्तीफा देंगे और आजादी के लिए लड़ेंगे। इमरान खान समेत सभी पीटीआई के सदस्यों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा देने और पीएम चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया है। इमरान खान ने कहा कि हम इस सदन में किसी भी हाल में नहीं बैठेंगे। मैं इन चोरों के साथ सदन में नहीं बैठूंगा। आपको बता दे कि देश की नेशनल असेंबली में हफ्तों तक चले सियासी नाटक के बाद शनिवार को विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान हुआ। जिस परिस्थिति से बचने के लिए इमरान खान हफ्तों से दांव पेच खेल रहे थे, आखिरकार अंजाम वही रहा। सदन में अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 174 वोट पड़े इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ मतदान से दूर रही।

आपको बता दे कि मिडिया रिर्पोट के मुताबिक इमरान खान का कहना है कि उन्हें सत्ताप से हटाने के बाद एक बार फिर से देश को अपनी आजादी के लिए लड़ना होगा। उन्हों ने ये भी कहा कि देश की जनता हर बार खुद को आजाद करने के लिए खड़ी होती है। इस बार भी ऐसा ही करना होगा। इमरान सरकार के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने भी लोगों से सड़कों पर उतरकर नई सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने को कहा है। और कि इस तरह का विरोध प्रदर्शन देश के इतिहास में पहली बार देखने को मिला है। उनके मुताबिक लाखों लोगों की ये संख्या इस बात की गवाह है कि देश विदेशी ताकत की बिठाई सरकार को बर्दाश्तो नहीं करेगा। वहीं दूसरी तरफ पीएम का पद संभालने वाले शहबाज शरीफ का कहना है कि वो बदले की कार्रवाई नहीं करेंगे। हालांकि उन्हों ने ये भी कहा है कि कानून अपना काम करेगा।