रेलवे ट्रैकों और सड़कों से हटे किसान, चार दिन स्थानीय लोगों ने ली राहत की सांस
पंजाब में राष्ट्रीय राजमार्गों और रेलवे ट्रैकों पर चल रहा किसान आंदोलन आज चार दिन बाद खत्म हो गया। इस आंदोलन के कारण करीब 368 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया था, साथ ही 47 ट्रेनों को उनके रुट से डाइवर्ट किया गया था। चार दिन बाद आज राष्ट्रीय राजमार्गों और रेलवे ट्रैकों पर से किसान हट गए, जिसके बाद सभी सड़कों और ट्रेनों को अपने रूट के हिसाब से बहाल कर दिया गया है। किसान आंदोलन के कारण पिछले चार दिनों से सभी ट्रेनें रद्द कर दी गई थी। यात्री रेलवे स्टेशनों पर ही फंसे हुए थे। पर अब सभी बसों और ट्रेनों को बहाल कर दिया गया है।
रेलवे विभाग ने बताया कि पहले स्टेशनों से मालगाड़ी रवाना की जाएंगी। उसके बाद यात्रियों की ट्रेनें चलेंगीं। साथ ही बस का रुट भी समान्य हो गया है। अब बसें भी अपने रूट के हिसाब से समय पर चल सकेंगीं। पिछले चार दिनों से बसों और ट्रेनों के रद्द होने के कारण लोग अपने काम पर नहीं जा पा रहे थे। सरकारी और प्राइवेट दफ्तरों में स्टॉफ बहुत कम था।
इसके अलावा इस आंदोलन और रेलवे और बसों के रद्द होने के कारण लोग काफी परेशान थे। यहां तक कि किसान आंदोलन ने इतना हिंसावादी रुप ले लिया था कि आस-पास की सभी दुकानें भी बंद थी। पिछले चार दिनों से व्यापारियों को भी काफी नुकसान झेलना पड़ रहा था।