अमृतसर में हु्ए रावण दहन के दौरान रेल हादसे ने सैकड़ो लोगों की जान ले ली। जिससे देशभर में लोगों मे काफी गुस्सा है। इस घटना का प्रत्यक्ष कसूरवार आयोजक और जिला प्रशासन को माला जा रहा है। वही दूसरी ओर, लोग इस कार्यक्रम के लिए लगाए गए पोस्टर पर हुई गलती चर्चा का विषय बन गई है। जिस पर लिखा था, ‘ नेकी पर बदी की जीत’ यानि अच्छाई पर बुराई की जीत।बता दें कि, दशहरे के अवसर पर पुतला दहन को लेकर स्थानीय दशहरा कमेटी ने एक पोस्टर जारी किया था। पोस्टर पर गलती से ‘बदी पर नेकी की जीत’ की जगह ‘ नेकी पर बदी की जीत’ लिख गया था। वही सोशल मीडिया पर चर्चा में चल रहे, इस पोस्टर पर सूबे के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी डॉक्टर नवजोत कौर सिद्धू की फोटो भी लगी हुई थी। नवजोत कौर सिद्धू इस कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शामिल भी थीं।किसी को इसका अंदाजा भी नहीं था कि दशहरा कार्यक्रम के पोस्टर पर लिखने में हुई चूक इस तरह सच साबित हो सकती है। पोस्टर पर लिखी लाइन ‘नेकी पर बदी की जीत’ दिनभर चर्चा में रही और शाम को हकीकत में बदल गई। काल बनकर आई अभागी ट्रेन ने बुराई पर अच्छाई की जीत का मंजर देखने आए दर्जनों लोगों को लील लिया।
कांग्रेस पार्षद विजय मदान के पुत्र मिट्ठू मदान ने दशहरा के नाम पर राजनीति चमकाने के लिए कुछ दिन पहले ही शहर में पोस्टर लगाए थे। इन पोस्टरों में नेकी पर बदी की जीत लिखा था।वही रावण दहन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं डॉ. नवजोत कौर सिद्धू देर रात गुरु नानक देव अस्पताल पहुंचीं। उन्हें देखकर लोगों का गुस्सा भड़क गया। लोगों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की। सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें चारों तरफ से घेरकर घायलों तक पहुंचाया।