पीएम मोदी ने भारत के जी20 की अध्यक्षता ग्रहण करने पर एक शानदार ब्लॉग लिखा

0

पीएम नरेंद्र मोदी ने भारत के जी20 की अध्यक्षता ग्रहण करने पर एक शानदार ब्लॉग लिखा है। इस महत्वपूर्ण अवसर पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा करने के लिए ब्लॉग लिखा है। कहा “आइए हम भारत की जी20 की अध्यक्षता को संरक्षण, सदभाव और उम्मीद की अध्यक्षता बनाने के लिए एकजुट हों”

जी-20 की पिछली 17 अध्यक्षता के दौरान वृहद आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करने, अंतरराष्ट्रीय कराधान को तर्कसंगत बनाने और विभिन्न देशों पर कर्ज के बोझ को कम करने समेत कई महत्वपूर्ण परिणाम सामने आए। हम इन उपलब्धियों से लाभान्वित होंगे तथा यहां से और आगे की ओर बढ़ेंगे। अब, जबकि भारत ने जी-20 अध्यक्षता का अहम दायित्व ग्रहण किया है तो मैं स्वयं से यह पूछता हूं कि क्या जी-20 अभी भी और आगे बढ़ सकता है? क्या हम समग्र मानवता के कल्याण के लिए मानसिकता में मूलभूत बदलाव लाने की पहल कर सकते हैं? मेरा विश्वास है कि हां, हम ऐसा कर सकते हैं।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया की “जब भारत जी20 की अध्यक्षता ग्रहण कर रहा है, पीएम नरेंद्र मोदी ने एक विवेकपूर्ण ब्लॉग लिखा है।”

“भारत की जी20 की अध्यक्षता समग्र मानवता के कल्याण की दिशा में काम करेगी।”

“एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य।”

“दुनिया आज जिन सबसे बड़ी चुनौतियों का सामना कर रही है, उनका समाधान सिर्फ साथ मिलकर काम करके ही किया जा सकता है।”

“भारत इस सकल विश्व का एक सूक्ष्म जगत है।”

“सामूहिक निर्णय लेने की सबसे पुरानी ज्ञात परंपराओं के साथ, भारत लोकतंत्र के मूलभूत डीएनए में योगदान देता है।”

“नागरिकों के कल्याण के लिए प्रौद्योगिकी का सदुपयोग। “हमारी प्राथमिकताएं; हमारी एक धरती को संरक्षित करने, हमारे एक परिवार में सदभाव पैदा करने और हमारे एक भविष्य को आशान्वित करने पर केन्द्रित होंगी। भारत का जी20 का एजेंडा समावेशी, महत्वाकांक्षी, कार्रवाई-उन्मुख और निर्णायक होगा। आइए हम भारत की जी20 की अध्यक्षता को संरक्षण, सदभाव और उम्मीद की अध्यक्षता बनाने के लिए एकजुट हों

प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया से भी विवरण साझा किया और जी20 के देशों के नेताओं से संवाद किया। “आज, जब भारत ने अपनी जी-20 की अध्यक्षता की शुरुआत की है, मैंने इस संबंध में कुछ विचार लिखे हैं कि हम कैसे आने वाले वर्ष में एक समावेशी, महत्वाकांक्षी, कार्रवाई-उन्मुख और निर्णायक एजेंडा के आधार पर वैश्विक भलाई के लिए काम करना चाहते हैं। मेरा यह दृढ़ विश्वास है कि अभी और आगे बढ़ने का सबसे अच्छा समय है तथा समग्र मानवता के कल्याण के लिए मानसिकता में एक मूलभूत बदलाव को उत्प्रेरित करना है। यह हमारी उन आध्यात्मिक परंपराओं से प्रेरणा लेने का समय है जो एकात्मता और वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए मिलकर काम करने की हिमायत करती हैं।