NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का गोवा में हुआ भव्य स्वागत

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राष्ट्रपति चुनाव के बीच राजग की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू गुरुवार को गोवा पहुंचीं। केंद्रीय मंत्री और उत्तरी गोवा के सांसद श्रीपद नाइक, राज्यसभा सांसद विनय तेंदुलकर और भाजपा महासचिव विनोद तावड़े ने दाबोलिम हवाई अड्डे पर मुर्मू की अगवानी की। यहां वह गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत भारतीय जनता पार्टी और उनके सहयोगी दलों के विधायकों तथा सांसदों से मुलाकात करेंगी और चुनाव में उनका समर्थन मांगेंगी।

गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा और उसके सहयोगी दलों के 25 सदस्य हैं. नाइक और तेंदुलकर भी मुर्मू का समर्थन कर रहे हैं। विपक्षी दलों ने 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाया है. मुर्मू, झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं. अगर वह चुनाव जीत जाती हैं, तो राष्ट्रपति पद पर काबिज होने वाली वह पहली आदिवासी महिला होंगी।

द्रौपदी मुर्मू गोवा के बाद वो मुंबई जाएंगी. मुंबई में द्रौपदी मुर्मू बीजेपी विधायकों और एकनाथ शिंदे गुट के सांसदों और विधायकों से मुलाकात करेंगी. हवाई अड्डे पर उनका स्वागत मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस करेंगे। उसके बाद भारतीय जनता पार्टी की विधायक और सांसद द्रौपदी मुर्मू और एकनाथ शिंदे समूह के सभी विधायक एयरपोर्ट क्षेत्र के एक फाइव स्टार होटल में उनसे मुलाकात करेंगे।

द्रौपदी मुर्मू के मुंबई दौरे को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े मातोश्री संपर्क में हैं. हालंकि द्रौपदी मुर्मू के मतोश्री जाने की संभावना कम है. द्रौपदी मुर्मू और उद्धव ठाकरे की मतोश्री से बाहर बैठक हो सकती है. वहीं कई शिवसेना सांसद भी मुर्मू से मुलाकात कर सकते हैं. देवेंद्र फडणवीसलगातार शिवसेना के सांसदों के संपर्क में बने हुए हैं।

गौरतलब है कि शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मंगलवार (12 जुलाई) को कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करेगी। ठाकरे ने कहा कि शिवसेना बिना किसी दबाव के मुर्मू को समर्थन देने की घोषणा कर रही है।

शिवसेना प्रमुख ने कहा, ‘‘मेरी पार्टी के आदिवासी नेताओं ने मुझसे कहा कि यह पहली बार है कि किसी आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनने का मौका मिल रहा है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘दरअसल, वर्तमान राजनीतिक माहौल को देखते हुए, मुझे उनका समर्थन नहीं करना चाहिए था. लेकिन हम संकीर्ण मानसिकता वाले नहीं हैं।