समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव कोरोना संक्रमित, लखनऊ में होम आइसोलेट

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उत्तर प्रदेश तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर की चपेट में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी हैं। अखिलेश यादव ने खुद को होम आइसोलेशन में कर लिया है। इसके साथ ही उनके सम्पर्क में आए लोगों से अपना कोविड टेस्ट कराने की अपील की है।मंगलवार को समाजवादी पार्टी के कार्यालय में कोरोना संक्रमण का टेस्ट कराने वाले अखिलेश यादव की बुधवार को रिपोर्ट आ गई है।  अखिलेश यादव कोरोना पॉजिटिव हैं। रिपोर्ट आने के बाद उन्होंने लखनऊ में अपने निवास में होम आइसोलेट होने का फैसला किया है। इसकी जानकारी उन्होंने ट्वीट से दी। अखिलेश यादव ने कहा कि अभी-अभी मेरी कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मैंने अपने आपको सबसे अलग कर लिया है व घर पर ही उपचार शुरू हो गया है। पिछले कुछ दिनों में जो लोग मेरे संपर्क में आये हैं, उन सबसे विनम्र आग्रह है कि वो भी जाँच करा लें। उन सभी से कुछ दिनों तक आइसोलेशन में रहने की विनती भी है।

अखिलेश यादव ने कहा कि मेरे सभी समर्थक और शुभचिंतक परेशान न हों। मैं स्वस्थ हूं, कोई चिंता की कोई बात नहीं है। सभी पैरामीटर नार्मल हैं। मुझे जुकाम और हल्की खांसी है। हम डॉक्टर के लगातार सम्पर्क में हैं और सभी को अपने स्वास्थ्य की जानकारी देते रहेंगे।  इस दौरान उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को भी संदेश दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में लोगों की मदद करें। इसके साथ ही अपनी सेहत का ध्यान रखे। डॉक्टरों के लगातार संपर्क में रहे।इससे पहले अखिलेश यादव ने मंगलवार को लखनऊ में समाजवादी पार्टी के कार्यालय में कोरोना टेस्ट के लिए अपना सैंपल दिया था। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ में मंगलवार को अपना कोविड टेस्ट कराया था और उनको रिपोर्ट का इंतजार था। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव बीते दिनों उत्तराखंड दौरे पर थे। इस दौरान वह हरिद्वार में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि के सम्पर्क में आए थे। महंत बाद में कोरोना पॉजिटिव पाए गए। महंत को ऋषिकेश के एम्स में भर्ती कराया गया है। अखिलेश यादव ने कल कोविड जांच के लिए सैंपल दिया है। इसकी जानकारी उन्होंने ट्वीट से दी थी।कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल देने के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के कहर से इन दिनों हाहाकार मचा है। ऐसी स्थिति क्यों हुई है, भाजपा सरकार को इस बात का जवाब देना होगा। पार्टी ने कोरोना पर नियंत्रण का झूठा ढिंढोरा पीटा है। प्रदेश में चारों ओर कोरोना टीका, कोरोना टेस्ट के साथ ही डॉक्टर, बेड, अस्पताल तथा एंबुलेंस की कमी दिख रही है। कोरोना टेस्ट रिपोर्ट में देरी होने के साथ ही दवाई की कालाबाजारी की जा रही है। इन सभी मामलों पर भाजपा सरकार चुप क्यों है।