दिल्ली के विकास के लिये हम प्रधानमंत्री का भी आशीर्वाद चाहते है : केजरीवाल

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तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अगले पांच साल साल के लिए अपनी सरकार का खाका तय करते हुए अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी के तेज गति से विकास के लिए रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘‘आशीर्वाद’’ मांगा। केजरीवाल ने इस बात का भी जिक्र किया कि उनकी पार्टी (आम आदमी पार्टी) की जीत के बाद देश ‘काम करने वाली एवं नतीजे देने वाली नयी तरह की राजनीति’ के बारे में चर्चा कर रहा है। उपराज्यपाल (एलजी) अनिल बैजल ने ऐतिहासिक रामलीला मैदान में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई।

उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों–मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, गोपाल राय, इमरान हुसैन, राजेंद्र पाल गौतम और कैलाश गहलोत को भी उपराज्यपाल ने शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में बड़ी संख्या में लोग और पार्टी के समर्थक उपस्थित थे। शपथ ग्रहण समारोह के औपचारिक समापन के बाद केजरीवाल (51) ने रामलीला मैदान में जुटी भीड़ को संबोधित करते हुये आप की ऐतिहासिक जीत का श्रेय दिल्ली की जनता को दिया। उन्होंने खुद को ‘दिल्ली का बेटा’ बताते हुये कहा, ‘‘आपके बेटे ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है, यह जीत मेरी नहीं, बल्कि प्रत्येक दिल्लीवासी की है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पिछले पांच सालों में हमारी यही कोशिश रही कि दिल्ली का कैसे बेहतर विकास हो। अगले पांच साल भी यही कोशिश रहेगी।’’

केजरीवाल (51) ने दिल्ली वालों को देश की राजनीति बदल देने का श्रेय देते हुये कहा कि दिल्ली को विश्वस्तरीय सर्वश्रेष्ठ शहर बनाने के लिये वह केन्द्र सरकार के साथ मिलकर काम करेंगे और इसके लिये उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आशीर्वाद की भी जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली वालों ने विकास को तरजीह देकर देश की राजनीति को बदलने का काम किया है। केजरीवाल ने कहा, ‘‘मैं दिल्ली को आगे बढ़ाने और इसे दुनिया का सबसे अच्छा शहर बनाने के लिये प्रधानमंत्री का भी आशीर्वाद चाहता हूं।’’ करीब 20 मिनट के अपने संबोधन में केजरीवाल ने कहा, ‘‘मैं आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं का भी मुख्यमंत्री हूं और भाजपा कांग्रेस सहित अन्य दलों के समर्थकों का भी मुख्यमंत्री हूं।’’

दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटों पर जीत हासिल की। चुनाव प्रचार अभियान के दौरान केजरीवाल ने प्रत्यक्ष रूप से मोदी पर निशाना नहीं साधा और अपने विकास एजेंडे को सामने रखा । उन्होंने कहा, ‘‘ पिछले पांच साल में मैंने किसी के साथ भेदभाव नहीं किया। किसी दूसरी पार्टी के समर्थक होने के आधार पर मैंने किसी के साथ भेदभाव नहीं किया। सभी का काम बिना किसी भेदभाव के किया। अब दो करोड़ दिल्ली के लोग मेरा परिवार हैं। मैं सभी के काम करूंगा। चाहे कोई किसी भी जाति-धर्म का हो, अमीर हो या गरीब हो।’’ आप सुप्रीमो ने ‘भारत माता की जय’, ‘इंकलाब जिंदाबाद’ और ‘वंदे मातरम’ के साथ अपने संबोधन की शुरूआत की। संबोधन के अंत में केजरीवाल ने मशहूर गीत ‘हम होंगे कामयाब’ भी गाया। रामलीला मैदान में मौजूद भीड़ ने भी इसमें केजरीवाल का साथ दिया।

शपथ ग्रहण समारोह से पहले रविवार सुबह केजरीवाल ने टि्वटर पर दिल्लीवासियों से ‘‘अपने बेटे’’ को आशीर्वाद देने के लिए शपथ ग्रहण समारोह में आने का अनुरोध किया था। आप ने केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान उनके साथ मंच साझा करने के लिए विभिन्न तबकों के उन 50 लोगों को भी आमंत्रित किया था, जिन्होंने पिछले पांच साल में दिल्ली सरकार के कार्यों में विशेष सहयोग दिया। सभी 50 विशिष्ट आमंत्रित लोग शपथ ग्रहण के समय मंच पर मौजूद थे। इनमें शामिल लोगों में रैन बसेरों के साथ काम करने वाली शबीना नाज, बस मार्शल अरूण कुमार और स्वच्छता कर्मी लाजवंती और अन्य थे। केजरीवाल के माता-पिता, उनकी पत्नी, बेटी हर्षिता भी शपथ ग्रहण समारोह के दौरान मौजूद थे ।

बिहार, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु , तेलंगाना सहित विभिन्न राज्यों से पार्टी के समर्थक आए हुए थे ।शपथ ग्रहण समारोह के दौरान उनके समर्थक फिल्मों से प्रेरित ‘सिंघम 3’ से लेकर ‘नायक 2’ के पोस्टर लिए हुए थे। एक बड़े से बैनर पर लिखा था ‘धन्यवाद दिल्ली।’ आम आदमी पार्टी के कई समर्थकों ने कहा कि उनके लिए समय आ गया है कि वह राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी का विस्तार करें और उनका लक्ष्य देश की राजनीति में बदलाव का होना चाहिए केजरीवाल यहां रामलीला मैदान में रविवार को जब तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे थे, उस समय वहां कई बच्चे उन्हीं की तरह मफलर बांधे ‘‘लिटिल केजरीवाल’’ के रूप में नजर आए। पार्टी के समर्थक और ‘लगे रहो केजरीवाल’ गाना तैयार करने वाले बॉलीवुड के संगीतकार विशाल डडलानी भी समारोह के दौरान उपस्थित थे।

आप ने समारोह को ‘‘दिल्ली केंद्रित’’ बनाने की योजना बनायी और अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों या राजनीतिक नेताओं को आमंत्रित नहीं किया था। भाजपा से सिर्फ विधायक विजेंद्र गुप्ता ही आए, जबकि दिल्ली में भाजपा के सभी विधायकों और सांसदों को आमंत्रित किया गया था । संबोधन के दौरान केजरीवाल ने एक कविता के माध्यम से शिक्षा और स्वास्थ्य सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं को दिल्ली सरकार की प्राथमिकता बताते हुये कहा : ‘‘जब भारत मां का हर बच्चा अच्छी शिक्षा पाएगा, तभी अमर तिरंगा आसमान में शान से लहरायेगा। जब भारत के हर बंदे को अच्छा इलाज मिल पाएगा, जब सुरक्षा और सम्मान महिलाओं को आत्मसम्मान दिलाएगा, तभी अमर तिरंगा आसमान में शान से लहरायेगा।

हर नौजवान के माथे से बेरोजगार का तमगा हट जाएगा। जब किसान का पसीना उसके घर में खुशहाली लेकर आएगा, जब हर भारतवासी जीवन की मूलभूत सुविधाएं पाएगा, जब धर्म जाति से ऊपर उठकर हर भारतवासी भारत को आगे बढ़ाएगा, तभी अमर तिरंगा आसमान में शान से लहराएगा।’’ केजरीवाल ने चुनाव के दौरान विभिन्न दलों के नेताओं की कड़वी बातें भुलाने की अपील करते हुये कहा, ‘‘मैं सभी के साथ मिल कर काम करना चाहता हूं। अब चुनाव खत्म हो गये हैं। चुनाव में राजनीति होती है और हुयी भी। हमारे लिये चुनाव में जिसने जो कुछ भी कहा, उसके लिये हमने उन्हें माफ कर दिया है।’’