#KisanAndolan: टिकैत ने किया बातचीत से इनकार, फिर कैसे निकलेगा समाधान?
#KisanAndolan: किसान आंदोलन 11वें महीने में प्रवेश कर चुका है। कल देशभर में किसानों ने केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में भारत बंद का आयोजन किया, जिसमें किसानों को कई राजनीतिक पार्टियों का समर्थन मिला। आप, कांग्रेस समेत कई राजनीतिक पार्टियों ने कल (सोमवार) किसानों और किसान नेताओं को समर्थन देते हुए किसान आंदोलन को ‘शांतिपूर्वक विद्रोह’ बताया। कल किसान नेताओं द्वारा कई जगहों पर सभाएं, कई ऑनलाइन कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। ऐसे ही एक कार्यक्रम को कल राकेश टिकैत ने संबोधित करते हुए बातचीत से किसानों की समस्याओं का समाधान निकालने की बात को ठुकरा दिया। उन्होंने कहा कि अब बातचीत से समस्या हल नहीं होगी।
सोमवार को ‘भारतीय छात्र संसद’, के एक ऑनलाइन कार्यक्रम में भारतीय किसान यूनियन के नेता टिकैत ने केंद्र सरकार पर हमला बोला। राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन शुरु हो चुका है और जल्द ही आंदोलन को एक साल भी पूरा हो जाएगा, अब सिर्फ बातचीत से मसला हल नहीं हो सकता और ना ही अदालत में हल निकलेगा। उन्होंने आगे सरकार पर हमला करते हुए कहा कि केंद्र सरकार कई संस्थाओं पर अवैध रूप से कब्जा कर रही है।
जहां एक ओऱ किसानों का विद्रोह प्रदर्शन जारी है, वहीं दूसरी ओर लगातार भाजपा किसानों को समझाने का प्रयास कर रही है कि ये कानून उनके हित में है। बीजेपी विधायक डॉ नुमाल मोमिन ने कहा कि इन तीन कानूनों से कृषि के क्षेत्र में काफी हद तक बिचौलिये कम हो जाएंगें जिससे किसानों को सीधा फायदा मिलेगा।