जीतन राम मांझी ने दिया “भगवान राम” पर विवादित बयान, अनिल विज ने दिया तगड़ा जवाब-आप धरती पर बोझ हैं, हिंदुस्तान के इतिहास-संस्कृति की समझ ही नहीं

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पटनाः बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भगवान राम पर विवादित बयान देकर सियासी भूचाल खड़ा कर दिया है। हर तरफ जीतन राम मांझी के इस बयान को लेकर राजनितिक गलियारे में बवाल तेज हो गया है। उनके इस बयान पर भाजपा नेताओं ने उनको जमकर लताड़ लगाई है। हरियाणा के गृह एंव स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने जीतनराम मांझी के बयान का तीखा जवाब देते हुए कहा कि- जीतन राम मांझी धरती पर बोझ हैं, इन्हें हिंदुस्तान के इतिहास और संस्कृति की समझ ही नहीं है। जिस देश मे इतनी बड़ी संख्या में हिन्दू रहते हों, वहां यह कहना ठीक नही कि राम भगवान नहीं थे. यह सबका अपमान है. भगवान राम तो सबके रोम रोम में बसे हैं।

भाजपा नेताओं ने जीतन राम मांझी को आड़े हाथों लिया

हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री का कहना है कि वे ‘भगवान श्रीराम’ को नहीं मानते हैं. संबंधी टिप्पणी को लेकर भाजपा नेताओं ने जीतन राम मांझी को आड़े हाथों लिया और उनकी आस्था पर ही सवाल उठाए हैं। उन्होंने ये बयान लछुआर में दिया, जहां वो बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती पर आयोजित समारोह में हिस्सा ले रहे थे।

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने जीतनराम मांझी के बयान पर कहा कि, “यह तो हंसने की बात है कि स्वयं को सबरी के वंशज कहने वाले, उन्हीं के आराध्य के अस्तित्व पर सवाल उठा रहे हैं,” भाजपा के प्रदेश इकाई के प्रवक्ता और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव निखिल आनंद ने जीतनराम मांझी से सवाल किया- क्या मांझी नास्तिक हैं और अगर ऐसा नहीं है तो उनकी आस्था किस भगवान में है, ये बताएं।?

जीतन राम बोले ‘भगवान राम’ को नहीं महर्षि वाल्मिकी और तुलसीदास को मानते हैं

जीतन राम मांझी ने कहा कि भगवान श्रीराम ने माता सबरी के जूठे बेर खाए थे, लेकिन ऊंची जाति के लोग हमारा छुआ भी नहीं खाते हैं। हम सिर्फ महर्षि वाल्मीकि और तुलसीदास को मानते हैं, पर राम को नहीं जानते, इसके साथ ही मांझी ने कहा कि राम कोई भगवान थोड़े ही थे, वे तो तुलसीदास और बाल्मीकि रचित रामायण के पात्र थे।

जीतन के बयान पर शुरू हुआ सियासी घमासान

उनके विवादित बयान पर सियासी पार्टियों ने पलटवार किया है, जीतन राम मांझी के इस बयान पर भाजपा, कांग्रेस, राजद सभी ने उन्हें आड़े हाथों लिया है, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बयान पर जदयू का अलग राग है, जदयू प्रवक्ता अरविंद निषाद ने कहा कि उन्होंने रामराज की बात नहीं कि बल्कि सीताराम राज्य की कल्पना वह कर रहें हैं।

इधर, बीजेपी के अफजर शम्सी ने कहा कि राम सर्वव्यापी हैं. उन्हें ‘इमाम ए हिंद’ कहा गया है, पूरी दुनिया के अंदर मर्यादा पुरुषोत्तम राम हैं, उन्होंने कहा कि जीतन राम मांझी की उम्र हो गई है, उनके नाम में राम है, ऐसे में वे राम को इनकार कैसे करेंगे, इन्होंने तो भगवान राम को सभी समुदाय के बीच भगवान का दर्जा दे दिया।

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कांग्रेस नेता ने कहा है कि जीतन राम मांझी को इस्लाम कबूल लेना चाहिए?

कांग्रेस ने जीतनराम मांझी के इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है, कांग्रेस नेता हरखू झा ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को इस्लाम कबूल लेना चाहिए। भगवान राम हिंदुओं के देवता हैं, सनातन धर्म में राम और कृष्ण की पूजा होती है, कोई भी हिंदू इससे वंचित नहीं रह सकता, यदि जीतन राम मांझी अपने आप को हिंदू समझते हैं तो वह इस तरह की भाषा का प्रयोग ना करें।

राष्ट्रीय जनता दल ने भी पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बयान से किनारा कर लिया है. राजद नेता और पूर्व मंत्री विजय प्रकाश ने कहा है कि वह हमेशा विवादित बयान देते रहते हैं और मीडिया में बने ते हैं।

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